कुलदीप एम पाइ (Kuldeep M Pai) जिनका यूट्यूब चैनल पूरी सनातन परंपरा के लिए समर्पित है। एक प्रसिद्ध म्यूजिक कम्पोजर, गायक और यूट्यूबर हैं, उनके बारे में जानने का प्रयास करते हैं…
सनातन धर्म भारत का मूल धर्म है, जिसे आज हिंदू धर्म के नाम से भी जाना जाता है। सनातन परंपरा भारत की प्राचीन परंपरा है। भारत की धर्म संस्कृति के लिए अनेक लोग अच्छा कार्य कर रहे हैं। सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यम से भी बहुत अद्भुत कार्य किया जा रहे हैं जो भारत की सनातन परंपरा और सनानत संस्कृति को निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। इन्हीं कड़ी में कुलदीप एम पै का नाम सबसे आगे आता है।
अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से वह भारतीय सनातन परंपरा के वीडियो डालकर भारत के लोगों को अपनी संस्कृति को समझने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनके वीडियो सभी देवी-देवीताओं की आराधना स्तोत्र और संगीतमय मंत्रोच्चारण के वीडियो डालकर दर्शको मंत्र मुग्ध करते हैं। सबसे सराहनीय बात यह है कि अपने वीडियो में वह छोटे-छोटे बाल कलाकारों गायको को प्रस्तुत करते हैं। यह बालक-बालिकाएं अपने शुद्ध मंत्रोच्चारण द्वारा वीडियो की प्रस्तुति को अद्भुत बना देते हैं।
जो भी उनके वीडियो को देखा है वह आध्यात्मिकता के रस से परिपूर्ण हो जाता है। उनका यह कार्य अद्भुत है। कुलदीप एम पै का यूट्यूब चैनल बेहद लोकप्रिय है और उनके यूट्यूब चैनल पर 2 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं और उनके चैनल को 2 अरब से अधिक व्यूज मिल चुके हैं, इससे उनकी लोकप्रियता का अंदाज स्पष्ट हो जाता है।
अपने ‘वंदे गुरु परंपरा’ (VGP) मिशन द्वारा वह भारतीय संस्कृति और परंपरा को भारत और विश्व के लोगों तक पहुँचाने का कार्य सफलतापूर्वक कर रहें हैं।
कौन है कुलदीप एम पाइ?
कुलदीप एम पाइ जिनका पूरा नाम कुलदीप मुरलीधर पै है। वह एक प्रसिद्ध भारतीय संगीतकार हैं उन्होंने अनेक तरह के अद्भुत संगीतों की रचना की है। वह कर्नाटक संगीत में महारत हासिल रखते हैं। वह एक प्रसिद्ध यूट्यूर है और उनके यूट्यूब चैनल पर दो मिलियन से अधिक सब्स्क्राइबर हैं।
कुलदीप एम पाइ का परिचय
कुलदीप एम पर का जन्म 9 जनवरी 1982 को भारत के केरल राज्य के कोच्चि शहर में हुआ था उनके पिता का नाम जी मुरलीधर पै और माता का नाम वीएस विजय कुमारी था। वह मूल से कोंकणी भाषी परिवार से संबंध रखते थे, उनके परिवार की जड़े कर्नाटक राज्य से हैं।
उनकी आरंभिक शिक्षा केरल की कोच्चि शहर में ही हुई। उन्होंने कोच्चि के सेंट जूड्स स्कूल, सीसीपीएलएम एंग्लो इंडियन हाई स्कूल और प्री-यूनिवर्सिटी कोर्स (पीयूसी) कोचीन कॉलेज से पूरी की। उसके बाद उन्होंने बीपीसी कॉलेज पिरावोम , कोच्चि से कंप्यूटर एप्लीकेशन में ग्रेजुएशन की डिग्री भी प्राप्त की।
शास्त्रीय संगीत की परंपराओं उनको विरासत में मिली थी और उनकी शास्त्रीय संगीत में शुरू से ही रुचि रही है। इसके अलावा सनातन धर्म के संस्कार भी उनको बचपन से ही विरासत में मिले हैं।
उन्होंने अपना करियर 2002 में शुरू किया, जब वह कोच्चि से चेन्नई स्थानांतरित हो गए और गायन तथा संगीत कार्य करने लगे। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय में भारतीय शास्त्रीय संगीत कर्नाटक में पोस्ट ग्रेजुएशन में स्वर्ण पदक भी हासिल किया है और साउंड इंजीनियरिंग में उन्होंने डिप्लोमा भी प्राप्त किया है।
उन्होंने कर्नाटक संगीत के गायक के रूप में अपना करियर शुरु करके अपना नाम स्थापित कर लिया था। वह चेन्नई और दक्षिण भारत के अलग-अलग शहरों में संगीत समारोह में संगीतकार और गायक के रूप में अपनी प्रस्तुति देते थे। उन्होंने कई वर्षों तक भारतीय शास्त्रीय नृत्य कार्यक्रमों में अपनी आवाज भी दी है। अनेक जिंगल्स भी गाए।
अपने इसी संगीत के अद्भुत सफर और सनातन धर्म के प्रति अपनी अभिरुचि को मिलाकर उन्होंने 2013 में सोशल मीडिया में अपना ऑनलाइन पदार्पण किया और अपना यूट्यूब चैनल आरंभ किया।
उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल का नाम भी अपने नाम पर Kulee M Pai ही रखा। इस यूट्यूब चैनल पर उन्होने पहला वीडियो अगस्त 2013 में डाला। शुरु में उन्होने संगीत कार्यक्रमो में उन्होंने अपनी प्रस्तुति के अनेक वीडियों डाले।
उनके यूट्यूब चैनल पर सबसे बड़ा परिवर्तन तब हुआ जब उन्होने बालिका सूर्यागायत्री के साथ देवी-देवताओं के स्तुति गान के वीडियो डालने शुरु किए। सूर्यागायत्री के द्वारा गाया गया हनुमान चालीसा वाला वीडियो पहला वीडियो था। उसके बाद सूर्या गायत्री के सोलो परफार्मेंस वाले और कुलदीप एम पै तथा सूर्यागायत्री की जुगलबंदी वाले वीडियो उनके चैनल की पहचान बन गए। किशोल बालिका सूर्यागायत्री उनके यूट्यूब चैनल की पहचान बन गई। बाद उनके यूट्यूब चैनल पर अलग-अलग आध्यात्मिक प्रस्तुति लिए अनेक बालक-बालिका जुड़ते चले गए।
आज कुलदीप एम पै के यूट्यूब चैनल पर एक से बढ़कर एक 280 से अधिक वीडियो है। नन्हे और किशोर आयु के बालक-बालिकाओं द्वारा वीडियो की प्रस्तुति उनके वीडियो को अद्भुत बना देती है।
उन्होंने अलग-अलग संगीत कार्यक्रमों की लगभग 300 से अधिक संगीत कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुतियां दी हैं और 11 वर्षों तक लगातार अलग-अलग भारतीय संगीत कार्यक्रमों में अपना प्रस्तुति दी है और अनेक शास्त्रीय गायको के गायक गायको के साथ भी गाया है।
कुलदीप एम पै को अनेक पुरस्कार भी मिल चुके हैं। 2008 में उन्हें कार्तिक फाइन आर्ट्स में डीके पटम्मल पुरस्कार मिला तो 2007 में भारत कालाचार्य संस्था से उन्हें युवकला भारती पुरस्कार प्राप्त हुआ है। उन्हें सामाजिक गोवा में हुए एक समारोह में सामाजिक सद्भाव का पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है। वह 1999 में महात्मा गांधी विश्वविद्यालय युवा महोत्सव में कला प्रतिभा पुरस्कार भी जीत चुके हैं।
उनकी अपनी वेबसाइट है जिस पर वह अपने गतिविधियों की जानकारी देते रहते हैं..
कुलदीप एम पै की वेबसाइट
यदि आप भारतीय सनातन परंपरा को गहराई से जानने में रुचि रखते हैं। संगीत की लय से परिपूर्ण अलग-अलग हिंदू देवी-देवताओं के स्तोत्र का आनंद लेना चाहते हैं तो कुलदीप एम पै का यूट्यूब आपको जरूर फॉलो करना चाहिए।
कुलदीप एम पै का ट्विटर आईडी
https://www.twitter.com/kuldeepmpai
कुलदीप एम पै का यूट्यूब चैनल का लिंक
https://www.youtube.com/@kuldeepmpai
उनके यूट्यूब चैनल का लेटेस्ट वीडियो
प्रभु श्रीराम पर उनका लेटेस्ट वीडियो
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