भारतीय क्रिकेटर ध्रुव जुरेल ने इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में धूम मचा दी है। अपने शानदार प्रदर्शन से धूम मचा दी है। कौन हैं (Dhruv Jurel Life Scan) ध्रुव जुरेल?
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही वर्तमान टेस्ट श्रृंखला में ध्रुव जुरैल ने अपने दोनों टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने हाल ही में खत्म हुए टेस्ट मैच में कठिन परिस्थितियों में अच्छी पारी खेलकर भारत को संकट से निकाला और भारत की जीत की राह भी बनाई।
ध्रुव जुरैल के प्रदर्शन से टेस्ट टीम में दूसरे विकेटकीपर की करियर पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि ध्रुव जीवन का अगर ऐसा ही प्रदर्शन रहा तो वह टेस्ट क्रिकेट में नियमित विकेटकीपर का विकल्प बन सकते हैं, आईए ध्रुव जुरेल का एक छोटा सा लाइफ स्कैन करते हैं…
ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel Life Scan)
ध्रुव जुरैल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के क्रिकेटर हैं, जिनका जन्म 21 जनवरी 2001 को उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में हुआ था। 23 वर्षीय इस क्रिकेटर का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था। उनके पिता का नाम नेम सिंह है, जो भारतीय सेवा में सैनिक थे और उन्होंने कारगिल युद्ध में भी भाग लिया था। कारगिल युद्ध समाप्त होने के बाद 2001 में ध्रुव जुरेल का जन्म हुआ।
बचपन से ही ध्रुव जुरेल की क्रिकेट के प्रति रुचि थी, लेकिन पिता अपने बेटे को क्रिकेट खिलाने से डरते थे। वह उसे आर्मी में भेजना चाहते थे, इसीलिए आर्मी स्कूल में ही उन्होंने उसकी पढ़ाई शुरू करवाई, जहाँ पर ध्रुव जुरेल ने पिता के कहने पर तैराकी सीखना शुरू कर दिया। लेकिन उन्हें तैराकी के साथ-साथ क्रिकेट में और अधिक रुचि थी।
इसीलिए जब स्कूल में उनकी तरह की की कक्षाएं चलतीं तो वह वहीं पर अतिरिक्त समय में क्रिकेट भी खेला करते थे। बाद में वह क्रिकेट में इतनी अधिक जुड़ते होते गए कि उन्होंने तैराकी से अपना ध्यान पूरी तरह हटा लिया और पूरी तरह अपना ध्यान क्रिकेट पर ही फोकस कर लिया। पिता को जब इस बात का पता चला तो पहले तो वह काफी गुस्सा हुए लेकिन बाद में मान गए और इस तरह ध्रुव को पूरी तरह क्रिकेट खोलने का खेलने का मौका मिल गया।
उस समय उनके घर की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं होती थी, इसीलिए क्रिकेट का बैट लेने के लिए भी पहला बैट लेने के लिए भी पिता को अपने दोस्तों से ₹800 का कर्ज लेना पड़ा था और अपने बेटे को क्रिकेट का बात दिलाना पड़ा।
कोच परवीन सिंह की भूमिका
ध्रुव को निखारने में उनके कोच परवीन सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। परवीन सिंह से ही ध्रुव जुरेल ने अपनी क्रिकेट की सारी कोचिंग ली है। जब ध्रुव स्कूल में पढ़ते थे तो वह अपना स्कूल खत्म होने के बाद काफी दूर स्थित कोचिंग केंद्र में प्रैक्टिस के लिए साइकिल से जाते थे। उनकी प्रतिभा को पहचानते हुए उनके कोच परवीन सिंह ने ध्रुव को आगे बढ़ाने में काफी मदद की।
खेल करियर
ध्रुव जुरेल उत्तर प्रदेश के लिए अंडर-14 और अंडर-16 वर्ग की क्रिकेट खेल चुके हैं। जब 2020 में अंदर-19 वर्ल्ड कप हुआ था, तो वहां पर भी उन्हें चुना गया और उस वर्ल्ड कप में वह टीम के उप-कप्तान भी बने। फाइनल में भले ही भारतीय टीम बांग्लादेश से हार गई हो लेकिन ध्रुव का प्रदर्शन उसमें अच्छा रहा। बाद में ध्रुव को अंदर-19 की उस भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया जो एशिया कप खेलने गई। यहाँ पर ध्रुव की कप्तानी में अंडर-19 एशिया कप भारत ने जीता और इस तरह ध्रुव की किस्मत का सितारा चमक उठा और वह लाइमलाइट में आ गए।
ध्रुव ने जब अपनी क्रिकेट प्रैक्टिस स्टार्ट की थी तो वह ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करते थे, लेकिन गेंदबाजी उन्हें अधिक रास नहीं आई और उन्होंने विकेट कीपिंग में अपना हाथ आजमाने शुरू कर दिए। इस तरह विकेट कीपिंग के साथ-साथ बल्लेबाजी करने की दूरी भूमिका निभाने लगे। विकेट कीपिंग उन्हें रास आ गई और उनकी बल्लेबाजी भी निखरती चली गई।
2022 में उत्तर प्रदेश जब रणजी ट्राफी के मैच चल रहे थे, तो विदर्भ के खिलाफ उत्तर प्रदेश की टीम में ध्रुव जुरेल ने रणजी ट्राफी में अपना डेब्यू किया।
ध्रुुव ज्वेल ने अभी तक 15 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने कुल 790 रन बनाए हैं। उनका बेस्ट स्कोर भी 249 रन है। उन्होंने 10 लिस्ट-ए श्रेणी के मैच तथा 23 T20 मैच भी खेले हैं।
आईपीएल में मौका
2022 के मेगा ऑप्शन में ध्रुव जेल को राजस्थान रॉयल ने 20 लाख के बेस प्राइस में खरीदा, हालांकि 2022 में उन्हें आईपीएल में कोई भी मैच खेलने को नहीं मिला।
2023 में उन्हें आईपीएल में अपना डेब्यू करने को मिला। जब 5 अप्रैल 2023 को राजस्थान रॉयल्स ने पंजाब किंग्स के साथ हुए मैच में ध्रुव को इंपैक्ट प्लेयर के रूप में मौका दिया। अपने पहले ही आईपीएल मैच में उन्होंने 15 गेंद में 32 रन की धुआंधार पारी खेल कर सबको प्रभावित किया। उसके बाद से 2023 के पूरे सीजन में उन्होंने सारे मैच खेले और कुल 152 रन बनाए। उनके प्रदर्शन को देखते हुए राजस्थान रॉयल ने उन्हें अगले सीजन के लिए भी रिटेन कर लिया।
भारतीय टीम में मौका
भारतीय टीम में मौका मिलना, किस्मत की बात रही। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद पहले तो ध्रुव को को भारत की ए टीम में खेलने का मौका मिला। जब भारत की ए टीम 2023 के अंत में दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गई तो ध्रुव जुरेल ने चार दिवसीय मैच में 69 रन बनाए और विकेटकीपर के तौर पर तीन कैच भी लिए।
उनके प्रदर्शन को को देखते हुए भारतीय भारत की टीम में उन्हें मुख्य विकेटकीपर के तौर पर मौका मिल गया। हालांकि इसमें उनके किस्मत का भी काफी हाथ है क्योंकि भारतीय टेस्ट टीम के नियमित और वर्तमान समय में सबसे सफल विकेटकीपर ऋषभ पंत फिलहाल क्रिकेट से दूर चल रहे हैं और उनके विकल्प के तौर पर आए के एस भारत ने अपने प्रदर्शन से निराश किया है। इसलिए ध्रुव जुरेल को मौका मिला।
अब आगे देखना होगा कि वह जब ऋषभ पंत वापस आएंगे तो दोनों में से किसको अधिक चांस मिलता है और ध्रुव जुरेल ऋषभ पंत को अच्छी चुनौती पेश कर पाएंगे या नहीं।