प्रसिद्ध कथावाचक जया किशोरी के नाम से सभी परिचित है। वह अग्रणी पंक्ति की कथावाचक और भजन गायिका हैं। उनके जीवन का छोटा सा स्कैन (Jaya Kishori Life Scan) करते हैं…
जया किशोरी का जीवन परिचय (Jaya Kishori Life Scan)
आध्यात्मिक जगत से परिचित लोग तथा कथावाचक की जीवन को देखा जाए तो जया किशोरी के नाम से हर कोई परिचित है। जया किशोरी आज अध्यात्म जगत में कथा वाचक के रूप में स्थापित नया नाम बन चुकी हैं। बेहद छोटी सी आयु से ही कथावाचन और भजन गाना आरंभ करने वाली जय किशोरी आज भी अपनी युवावस्था में बेहद लोकप्रिय हो गई हैं।
वह महिला कथावाचकों में अग्रणी पंक्ति की कथा वाचक हैं। महिला कथा वाचक पर एक दृष्टि डाली जाए तो जया किशोरी उसमें सबसे आगे हैं। वर्तमान समय में उनके सामान लोकप्रिय महिला कथावाचक और कोई नहीं है। अद्भुत प्रतिभा और की ढाणी प्रेरणादायक व्यक्तित्व वाली जया किशोरी के जीवन यात्रा भी किसी प्रेरणादायक अनुभव से कम नहीं है।
जन्म एवं जीवन परिचय
जया किशोरी का जन्म 13 जुलाई 1995 को राजस्थान के सुजानगढ़ नामक कस्बे में हुआ था। जन्म से उनका वास्तविक नाम जया शर्मा था। ‘किशोरी’ उपनाम उन्होंने कथा वाचन और भजन गायन के क्षेत्र में आने के बाद अपनाया।
उनके पिता का नाम शिव शंकर शर्मा उर्फ राधेश्याम जी हरितपाल तथा माता जी का नाम सोनिया शर्मा उर्फ गीता देवी हरितपाल है। उनके परिवार में उनके माता-पिता के अलावा उनकी एक छोटी बहन भी है, जिसका नाम चेतना शर्मा है। चार लोगों का इस छोटे से परिवार में जया किशोरी की प्रेरणा उनके पिता रहे, जिन्होंने उन्हें बचपन से ही आध्यात्मिक जगत से जोड़े रखा।
उनके पिता राजस्थान के सुजानगढ़ के एक गौड़ ब्राह्मण परिवार से संबंधित थे जो स्वयं एक कथा वाचन का कार्य करते थे और आध्यात्मिक सेवा सत्संग से जुड़े हुए थे। उन्होंने अपनी बेटी जया को भी बचपन से ही जय किशोरी का मन भगवान की भक्ति में रम गया था। उनके घर पर नियमित रूप से हनुमान जी रामायण का पठन, श्रीमद्भगवद्गीता का पठन होता था।
रामचरितमानस का सुंदर कांड का पठन भी नियमित रूप से होता था। अपने घर के आध्यात्मिक वातावरण में पहली बड़ी होने के कारण जया किशोरी पूरी तरह आध्यात्मिक जगत से जुड़ गईं।
शिक्षा
राजस्थान में जन्म लेने के बाद जया किशोरी का परिवार कोलकाता स्थानांतरित हो गया। जहाँ पर जय की आरंभिक पढ़ाई और संपूर्ण पढ़ाई हुई। उन्होंने कोलकाता के महादेवी बिरला वर्ल्ड अकैडमी से बीकॉम की शिक्षा हासिल की है।
करियर
जया किशोरी ने केवल 9 वर्ष की आयु से ही कथा वाचन और भजन गायन का कार्य आरंभ किया कर दिया था। उन्हें बेहद 9 वर्ष की छोटी आयु में ही शिव तांडव स्त्रोत, लिंगाष्टकम, रामाष्टकम, मधुराष्टकम, शिव पंचांग चक्र आदि स्रोत कंठस्थित थे। वह इन स्तोत्र का पठन करके भक्तजनों को मंत्रमुग्ध करती थीं। धीरे-धीरे उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी और उन्हें जगह-जगह कथा वाचन और भजन गायन के लिए बुलाए जाने लगा।
मात्र 10 वर्ष की आयु में ही उन्होंने संपूर्ण सुंदरकांड का पठन, गायन करके भक्तों के मन में अपनी विशेष जगह बना ली थी।
भक्तजन उनके इतनी सी छोटी सी आयु के लड़की के श्रीमुख से भजन कीर्तन सुनकर मंत्र मुग्ध हो जाते थे। धीरे-धीरे जय किशोरी बढ़ी होती गईं और उनकी जीवन यात्रा आगे बढ़ती रही और वह भक्ति संगीत, भजन गायक तथा कथा वाचन में पूर्णयता समर्पित होती गईं।
धीरे-धीरे उन्होंने कृष्णा भजन गाने शुरू कर दिए और कृष्णा भजन को पूरी तरह से अपना लिया। वह अपने अद्भुत कृष्णा भजनों के लिए जानी जाती हैं।
जया शर्मा को जया किशोरी का नाम मिला
जय शर्मा को जया किशोरी का नाम उनके गुरु पंडित गोविंद राम मिश्र ने दिया था। ‘किशोरी’ नाम श्री कृष्ण का ही एक नाम है और भगवान श्री कृष्ण के प्रति उनके प्रेम को देखते हुए उनके गुरु उन्हें किशोरी जी कहकर पुकारने लगे और उनका नाम जय शर्मा से जया किशोरी हो गया।
सामाजिक कार्य से जुड़ना
जया किशोरी ने अपने आध्यात्मिक सेवाओं के माध्यम से समाज को सेवा की है। वह उदयपुर के नारायण सेवा संस्थान से जुड़ी हैं। उन्हें अपने कथावाचन और भजनों से जो भी आय होती है उसका एक बड़ा भाग वह नारायण सेवा संस्थान को दान दे देती हैं।
सम्मान
जया किशोरी को अपने योगदान के लिए कई सम्मानों से सम्मानित किया गया है। उन्हें फेम इंडिया एशिया पोस्ट सर्वे 2019 यूथ आइकॉन सर्वे रिपोर्ट में प्रमुख आध्यात्मिक व्यक्ति के रूप में उच्च स्थान प्राप्त हुआ है।
जया किशोरी एक आध्यात्मिक योद्धा हैं जो अपने जीवन को सेवा, प्रेरणा, और प्रेम के माध्यम से उज्ज्वल बनाने का कार्य कर रही हैं। उनकी कथाएं और भजन लोगों को आध्यात्मिक उत्साह और प्रेरणा प्रदान करते हैं। उनका योगदान समाज के लिए अत्यधिक मूल्यवान है।
व्यक्तिगत जीवन
जया किशोरी के व्यक्तिगत जीवन पर नजर डाली जाए तो उनके परिवार में उनके माता-पिता और उनकी एक छोटी बहन है। उनके वैवाहिक स्थिति की दृष्टि से वह अविवाहित हैं। सोशल मीडिया और इंटरनेट पर अक्सर उनके विवाह की झूठी अफवाहें उड़ती रहती हैं। जया किशोरी अक्सर अपने इंटरव्यू में इसका खंडन करती रहती हैं। अपनी विवाह के बारे में जया किशोरी रहती हैं कि वह कोई सन्यासिन नहीं हैं, ना ही उन्होंने सांसारिक जीवन से सन्यास लिया है। इसलिए वह भविष्य में विवाह करेंगी लेकिन वह इस बारे में स्पष्ट नहीं कह सकती कि वह कब विवाह करेंगी।
उनका कहना है कि वह अपने माता-पिता से अत्यधिक प्रेम करती हैं और वह चाहती हैं कि जहाँ पर भी वह विवाह करें उनके माता-पिता उनके साथ रहें। वह फिलहाल कोलकाता में रहती हैं तो उनका कहना है कि वह कोलकाता में ही विवाह करना पसंद करेंगी, क्योंकि इससे वह अपने माता-पिता के लगातार संपर्क में रह सकती हैं। यदि कोलकाता शहर से बाहर उनका किसी अन्य शहर में विवाह हुआ तो वह चाहेंगी कि उनके माता-पिता भी उनके साथ इस शहर में शिफ्ट हो जाएं।
जया किशोरी अपने माता-पिता को अपने जीवन का आदर्श मानती हैं। उनके माता-पिता ने ही उनके करियर को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
आईफोन की क्रेजी है जया
जया किशोरी जया किशोरी अपने शौक के बारे में बताती है कि उन्हें तरह-तरह के कपड़े पहनना या ज्वेलरी पहनने का कोई शौक नहीं है, उन्हें केवल इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स विशेष कर फोन आदि का बहुत अधिक शौक है। वह केवल आईफोन को ही यूज करना पसंद करती हैं। वह हर साल नया आईफोन बदल लेती हैं। उन्हें आईफोन का बेहद अधिक क्रेज है। वह आईफोन के अलावा कोई फोन यूज नहीं करती हैं।
उन्हें अन्य लड़कियों की तरह बनाव श्रृंगार करके घूमने नाचना गिरना पसंद नहीं है। वह बिल्कुल सादा जीना पसंद करती हैं। किसी भी तरह के व्यसन से वह बिल्कुल दूर रहती हैं और सात्विक भोजन ही ग्रहण करती हैं।
वह बताती हैं कि वह जिस क्षेत्र में हैं, वह आध्यात्मिक क्षेत्र है। इस क्षेत्र में सादा जीवन शैली और सादा खान-पान को अधिक महत्व दिया जाता है ताकि मन की एकाग्रता नियंत्रित रहे। जया किशोरी महिलाओं के अधिकारों के प्रति भी जागरूक रहती हैं। वह कहती है कि उनके माता-पिता ने लड़की होने के बावजूद भी उनको इतना आगे बढ़ाया। जब उन्होंने और उनकी बहन ने जन्म लिया तो उनके रिश्तेदार उनके माता-पिता पर लड़का ना होने का ताना देते थे। आज भी उनके कई रिश्तेदार उनके माता-पिता पर दबाव बनाते हैं कि लड़कियों की शादी कर दो।
वह पुरुष प्रधान समाज के प्रति विरोध करती हैं और कहती हैं कि पुरुष और नारी दोनों को समान स्तर से देखा जाना चाहिए।
परेशान करने वाली घटना होना
हाल फिलहाल में जया किशोरी के जीवन में एक अनचाही घटना भी घटित हो गई जब उन्होंने नोटिस किया कि एक व्यक्ति लगातार उनका पीछा कर रहा है। वह उनके हर कार्यक्रम में दिखाई देता था। यहाँ तक कि एयरपोर्ट में भी वह उनके पीछे रहता। जिस फ्लाइट से वो जातीं उसी से वो जाता। जिस होटल में वह ठहरती थीं, उसी होटल में मे ही वह भी कमरा बुक करता था। वह भी कोई बड़ा अमीर व्यक्ति था, लेकिन वह जया किशोरी के पीछे पड़ा था। जब जया किशोरी को इस बात को नोटिस करना शुरू किया तब उन्होंने इसके विरुद्ध आवाज उठाना जरूरी समझा। उन्होंने उस व्यक्ति के खिलाफ कंप्लेंट कराई और फिलहाल वह व्यक्ति पुलिस की गिरफ्त में है।
जया किशोरी खाटू श्याम जी को भी बहुत मानती हैं और जब तब खाटू राजस्थान के खाटू श्याम जी जाती रहती हैं और वहां पर भजन कीर्तन करती हैं। जया किशोरी के द्वारा में अनेक प्रसिद्ध भजनों को गाया है। उनका अपना एक यूट्यूब चैनल भी है जिस पर तीन मिलियन से अधिक सब्स्क्राइबर हैं।
जया किशोरी का यूट्यूब चैनल
https://www.youtube.com/@Iamjayakishori
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