Thursday, November 21, 2024

कौन हैं माधवी लता? एक छोटा सा लाइफ स्कैन।

भारत की 17वीं लोकसभा के चुनावों का बिगुल बज चुका है और लोकसभा चुनावों की तिथि घोषित हो चुकी है। सभी पार्टियां लोकसभा सीटों से अपने-अपने उम्मीदवार भी घोषित करने में लगी हैं। बीजेपी ने अभी तक सबसे ज्यादा उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।

उत्तर भारत, पश्चिम भारत और उत्तर पूर्व भारत में बीजेपी के भले ही बहुत अधिक प्रभावी हो, लेकिन दक्षिण भारत में कर्नाटक के अलावा और किसी दक्षिणी राज्य में बीजेपी अपना खास आधार नहीं बन पाई है और वह अन्य राज्यों में भी अपना आधार बनाने की कोशिश में लगी हुई है। इसी प्रक्रिया में हैदराबाद जैसी हॉट सीट पर बीजेपी ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।

हैदराबाद की सीट असदुद्दीन ओवैसी की पारंपरिक सीट रही है। असदुद्दीन ओवैसी मुसलमानों के पोस्टर बॉय माने जाते हैं और वह इस सीट पर लंबे समय से सांसद हैं। इससे पहले उनके पिता हैदराबाद की सीट पर सांसद थे। 1984 से असदुद्दीन ओवैसी का परिवार ही इस सीट पर लोकसभा सांसद रहा है। अब ऐसी कठिन सीट पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार के रूप में माधवी लता का नाम घोषित किया है।

एक और जहां असदुद्दीन ओवैसी मुसलमानों के फायर ब्रांड नेता माने जाते हैं, वहीं माधवी लता की छवि कट्टर हिंदूवादी नेता के तौर पर है। वह हिंदू मुद्दों को मुखरता से उठाने वाले नेता के रूप में जानी जाती हैं।

माधवी लता का लाइफ स्कैन (Madhavi Latha life scan)

माधवी लता जिन्हें भाजपा ने हैदराबाद की सीट पर अपने उम्मीदवार बनाया है, वह दक्षिण भारत की एक भारतीय अभिनेत्री हैं, जो राजनीति में नई हैं। वह 2018 में ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई हैं। उनके परिवार का दूर-दूर से कोई नाता नहीं है। वह फिल्म अभिनेत्री होने के अलावा मेडिकल व्यवसाय से भी जुड़ी हुई हैं और हैदराबाद में उनका हॉस्पिटल भी है।

परिचय

माधवी लता का जन्म 2 दिसंबर 1988 को कर्नाटक के हुबली के एक तेलुगू परिवार में हुआ था। उनका परिवार मूल रूप से आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र का रहने वाला था। उन्होंने कर्नाटक के गुलबर्ग विश्वविद्यालय के बेल्लारी के कॉलेज एएसएम कॉलेज फॉर वूमैन से स्नातक किया उसके बाद उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से समाज शास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह फिल्म से जुड़ गई और उन्होंने कई फिल्मों तेलुगु-तमिल में भी काम किया है।

पढ़ाई-लिखाई पूरी करने के बाद उन्होंने तेलुगू भाषा की कई फिल्मों में काम किया। उनके फिल्में करियर की शुरुआत 2008 में हुई, तब उन्होंने तेलुगू फिल्म 2008 में ‘नचावुले’ में काम किया। यह फिल्म काफी सफल रही थी और इसने तेलुगू सिनेमा का जाने-माने पुरस्कार नंदी पुरस्कार जीता।

उसके बाद 2009 में उन्होंने ‘स्नेहितुडा’, 2013 में ‘अरविंद’ और 2015 में तमिल फिल्म ‘अंबाला’ नाम की तेलुगु फिल्मों में काम किया। उन्होंने 2020 में तेलुगु फिल्म ‘महिला’ और 2021 में तमिल फिल्म ‘मदुरै मणिकुरवर’ में काम किया।

उनका फिल्मी करियर बहुत अधिक लंबा नहीं चला। शुरुआती सफलता के बाद उनकी फिल्मों को कुछ खास सफलता नहीं मिली। बाद में उन्होंने राजनीतिक की ओर रुख किया और 2018 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं।

उन्होंने 2019 में हुए आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में गुंटूर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट के तौर पर विधायक जी का चुनाव लड़ा, लेकिन वह चुनाव जीत नहीं पाईं।

माधवी लता हिंदू फायर ब्रांड नेता के तौर पर जानी जाती है और वह हिंदू मुद्दों को उठाने के लिए भी जानी जाती हैं। केवल हिंदू ही नहीं वह अपने सामाजिक कार्यों के लिए जानी जाती हैं। वह आंध्र प्रदेश के विरिंची हॉस्पिटल की चेयरपर्सन है और डॉक्टर माधवी लता के नाम से मशहूर रही हैं। वह एक कुशल भरतनाट्यम डांसर भी हैं इसके अलावा लोपामुद्रा चैरिटेबल ट्रस्ट और लतामा फाउंडेशन की प्रमुख भी रही हैं।

फिलहाल वह हैदराबाद की सीट पर बीजेपी की तरफ सी प्रत्याशी होने कारण काफी चर्चा में आ गईं है। अब ये देखना होगा कि वह असद्दुद्दीन ओवैसी को हरा पाती हैं कि नही।

 

हाल ही न्यूज एजेंसी ANI की पत्रकार स्मिता प्रकाश को माधवी लता ने एक इंटरव्यू दिया है, जिन्होंने बेबाकी से अपनी सारे बातें रखी हैं। उनका वो इंटरव्यू भी देखिए…


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