Mohan Yadav new CM of MP – मोहन यादव कौन हैं, जिन्हें मध्यप्रदेश का नया मुख्यमंत्री बनाया गया है। पूरा परिचय जानिए।
3 दिसंबर 2023 को पाँच राज्यों के विधानसभा के चुनाव के परिणाम में तीन राज्यों राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत प्राप्त हुआ था। तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी को तथा मिजोरम में जेराम पीपुल्स मूवमेंट नामक पार्टी को बहुमत प्राप्त हुआ था।
तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम घोषित किया जा चुके हैं। अब मध्य प्रदेश के लिए भी भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कर दी है।
11 दिसंबर को मध्य प्रदेश के उज्जैन दक्षिण राज्य की विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बनने वाले डॉक्टर मोहन यादव को मध्य प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है। वह मध्य प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
डॉक्टर मोहन यादव कौन हैं?
मोहन यादव मोहन यादव मध्य प्रदेश की उज्जैन दक्षिण सीट से भाजपा के विधायक हैं। 2023 को हुए चुनाव में उन्होंने उज्जैन दक्षिण सीट से विधानसभा का चुनाव जीता। वह भारतीय जनता पार्टी से लंबे समय से जुड़े हैं। वह 2020 में बनने वाली शिवराज सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर भी थे।
जीवन परिचय
डॉक्टर मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को उज्जैन में हुआ। यानी उनकी आयु केवल 58 वर्ष है। उनके पिता का नाम पूनमचंद यादव है।
उनके परिवार में उनकी पत्नी सीमा यादव तथा उनके दो संताने दो बेटे और एक बेटी हैं। डॉक्टर मोहन यादव उच्च शिक्षित नेता हैं और उनके पास बीएससी, एलएलबी, एमबीए, एमए और पीएचडी जैसी भारी भरकम शैक्षणिक डिग्रियां हैं। वह 2020 से 2023 तक शिवराज सिंह चौहान की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं।
डॉ मोहन यादव 2013 से उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक हैं। 2013 में वह उज्जैन दक्षिण सीट से पहली बार विधायक बने थे। उसके बाद 2018 को हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में उन्होंने दोबारा उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव जीता, लेकिन 2018 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं बन पाई थी।
राजनीतिक सफर
उनका राजनीतिक जीवन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के रूप में 1984 से शुरू हुआ। जब वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी एबीपीबीपी से जुड़े। डॉक्टर मोहन यादव की पृष्ठभूमि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी रही है और वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दृढ़ फॉलोअर माने जाते हैं। वह पहले 1997 में भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े और फिर भारतीय जनता पार्टी के स्थाई सदस्य बन गए और निरंतर भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करते रहे।
मोहन यादव 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की उज्जैन नगर के शहर खंड के सरकार्यवाह बने और उन्हें 1996 में शहर का खंड कार्यवाह तथा बाद में नगर कार्यवाह बनाया गया। 1997 में वह भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेश समिति में सदस्य के रूप में चुने गए।
2013 में उन्होंने पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक का चुनाव लड़ा और चुनाव जीता। 2018 में दोबारा उन्होंने मध्य प्रदेश विधानसभा की उज्जैन सीट से चुनाव जीता। मोहन यादव मध्य प्रदेश के लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान के बेहद करीब माने जाते हैं।
2020 में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, तब उन्हें मध्य प्रदेश का उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया। उन्होंने दो जुलाई 2020 को शिवराज सिंह के चौहान के नेतृत्व वाली कैबिनेट में मध्य प्रदेश के कैबिनेट उच्च शिक्षा मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
अब वह मध्य प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री बन चुके है। उनके साथ मध्य प्रदेश के दो उप-मुख्यमंत्री भी बनाए गए हैं, जिनके नाम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला है।
जगदीश देवड़ा मध्य प्रदेश की मल्हारगढ़ से विधायक हैं तो राजेंद्र शुक्ला मध्य प्रदेश की रीवा से विधायक हैं।
मोहन यादव का X अकाउंट
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