शरीर के बेहद महत्वपूर्ण अंग किडनी के खराब होने की स्थिति में बेहद मुश्किल हो जाती है। किडनी खराब होने वाली है या खराब हो चुकी है, इसका कैसे पता चले और किडनी डैमेज को कैसे कंट्रोल (Kidney damage symptoms and control) करें, आइए जानते हैंं… |
किडनी डैमेज होने के लक्षण और डैमेज कंट्रोल के उपाय (Kidney damage symptoms and control)
किडनी मानव शरीर का एक महत्वूपर्ण अंग है। शरीर में दो किडनियां पाई जाती हैं। इन्हें हिंदी मे यकृत कहा जाता है। सामान्य बोलचाल की भाषा में किडनी को गुर्दा भी कहा जाता है।
मानव शरीरा में दो किडनियां पाई जाती हैं। यदि मानव शरीर की एक किडनी खराब हो जाए तो भी पीड़ित व्यक्ति केवल एक किडनी के सहारे जीवित रह सकता है।
किडनी शरीर में खून की गंदगी को साफ करने का काम करती है। लेकिन यही किडनी अगर खराब हो जाए तो शरीर में अनेक तरह की समस्याएं हो जाते है। एक बार किडनी अगर पूरी तरह डैमेज हो जाए तो उसे फिर से ठीक कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। फिर रोगी को जीवन भर दवाइयों या डायलिसिस के सहारे जीवन बिताना पड़ता है या फिर किडनी ट्रांसप्लान्ट जैसे मंहगे आपरेशन की तरफ जाना पड़ता है।
लेकिन यदि व्यक्ति समय रहते संभल जाए और किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षणों के दिखने पर सेहत के प्रति सचेत हो जाए तो फिर किडनी को डैमेज होने से बचाया जा सकता है।
किडनी खराब होने के लिए हमारी जीवन शैली और गलत खान-पान की आदते मुख्य जिम्मेदार होती है। किडनी डैमेज एक साइलेंट किलर की तरह होता है। यानि व्यक्ति अगर ज्यादा ध्यान न दे तो उसे तुरंत पता ही नही चल पाता कि उसकी किडनी खराब हो चुकी है।
व्यक्ति की किडनी खराब हो चुकी है या खराब होने की ओर बढ़ रही है, इसका पता व्यक्ति को बहुत देर बाद चलता है इस कारण व्यक्ति फिर किडनी डैमेज के रोग की चपेट मे आ जाता है।
अगर व्यक्ति के किडनी खराब होने की ओर बढ़ रही है तो शरीर में कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं, अगर व्यक्ति इन लक्षणों को पहचान करके तुरंत सचेत हो जाए तो वह अपनी किडनी को खराब होने के बचा सकता है।
किडनी डैमेज होने के लक्षण
किडनी का मानव शरीर मे मुख्य कार्य शरीर के खून में मौजूद गंदगी को हटाना और यूरिन के रास्ते बाहर निकालना होती है। किडनीज की खराबी के कारण ये गंदगी ब्लड में टॉक्सिंस के रूप में बढ़ रहती हैं। यदि किडनी ठीक से काम नहीं कर रही हैं तो इससे शरीर पर खराब सेहत का असर दिखने लगता है।
किडनीज के खराब होने के शुरूआती सिम्टम्स में से बहुत कम लक्षण पकड़ में आते हैं। इसलिए, किडनीज के खराब होने की पहचान करना काफी मुश्किल हो सकता है। किडनीज के खराब हो जाने पर 70 से 80 प्रतिशत किडनीज डैमेज हो चुकी होती हैं। यही कारण है कि डॉक्टर किडनी फेलियर को साइलेंट किलर भी कहते हैं।
किडनीज के खराब होने के लक्षण
पेशाब में रंग बदलाव और पेशाब का बार-बार आना :
अगर बारृबार पेशाब जाना पड़ रहा है। पेशाब करने की फ्रीक्वेंसी बहुत अधिक हो गई है। रात में बार-बार उठकर पेशाब करने को जाना पड़ रहा है। पेशाब में झाग या गंदी स्मेल आ रही है, तो ये किडनी के खराब होने के लक्षण है। ध्यान रखे ये जो लक्षण बताए गए हैं, ये लक्षण अगर लंबे समय तक रहते हैं तो फिर चिंता होने की बात है। केवल दो-चार यदि ये समस्या हो जाए फिर सब सामान्य हो जाए तो किडनी की समस्या हो, ये जरूरी नही।
पेशाब करते हुए जलन या रुक-रुक के पेशाब आना
यदि पेशाब करते समय जलन होती है और रुक-रुक कर पेशाब आती है तो इन लक्षणों का मतलब है कि किडनी में इंफेक्शन हो सकता है और वह खराब होने की ओर बढ़ रही है।
पैरों मे सूजन होना या आँखों के नीचे सूजन होना
पैरों में स्वेलिंग यानि सूजन होना, आँखों के नीचे सूजन के लक्षण भी किडनी की सेहत के खराब होने के संकेत हो सकते हैंं।
पीठ मे दर्द होना
बिना किसी कारण के बार-बार या लगातार होने वाला बैक पेन यानि पीठ दर्द भी किडनी के खराब होने का संकेत हो सकता है।
हाथ-पैरों में बार-बार खुजली होना।
यदि शरीर पर दिन भर खुजली होती रहती है या स्किन पर पैचेज बनते हैं, तो इससे पता चलता है कि किडनी ठीक से काम नहीं कर रही हैं।
हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का होना
किडनी के खराब होने का मुख्य कारण हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज हो सकते हैं। यदि व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर से या डायबिटीज से पीड़ित है, तो किडनी खराब होने की संभावना बेहद बढ़ सकती है।
किडनी के सेहत को ठीक करने के उपाय
यदि ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई देने लगें तो किडनी की सेहत पर कोई दुष्प्रभाव पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में अगर किडनी की सेहत बनाए रखने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते है, जिनकी सहायता से किडनी को खराब होने से बचाया जा सकता है। ये उपाय आजमाएं…
भरपूर पानी पिएं
पानी पीने के महत्व को सभी जानते हैं। हमेशा अधिक से अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है। पानी शरीर के लिए वरदान के समान है। जब किडनी संबंधी समस्या हो तो अच्छी मात्रा में पानी पीना और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। इसलिए भरपूर मात्रा में पानी पिएं। दिन में 10 से 12 गिलास पानी अवश्य पिएं। इससे किडनी को अपने कार्य को करने में आसानी होगी और उसकी सेहत सुधरने लगेगी।
गर्म पानी पिएं
गर्म पानी पीने से भी किडनी की सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसीलिए यथासंभव गर्म पानी पिएं। सुबह उठते समय दिन की शुरुआत गर्म पानी पीकर ही करें। इससे भी किडनी की सेहत पर अच्छा असर पड़ेगा।
पेन किलर खाने से बचें
विज्ञान द्वारा भी सिद्ध हो चुका है कि बार-बार पेन किलर लेने से किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ता है, इसीलिए बिना डॉक्टर की सलाह के थोड़ी सी समस्या होने पर पेन किलर्स खाने से बचें। अधिक मात्रा में पेन किलर किडनी को डैमेज करने सकता है।
नमकीन और ज्यादा नमक वाली चीजों को खाने से बचें
अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थ जिनमें नमक की मात्रा अधिक हो, तेल मसाले की मात्रा अधिक हो, ऐसी चीज खाने से बचें यह चीज भी किडनी की सेहत को खराब करती हैं। अत्यधिक नमक खाने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या उत्पन्न होती है, जो किडनी को भी प्रभावित करता है।
योग को अपनाएँ
योग शरीर की सेहत के लिए एक सर्वोत्तम उपाय है। योग में कपालभाति प्राणायाम के द्वारा किडनी को काफी हद तक राहत पहुंचाई जा सकती है। उचित योग प्रशिक्षक की देख-देख में पहले कपालभाति प्राणायाम सीखे और उसका निरंतर अभ्यास करें।
कपालभाति प्राणायाम का निरंतर अभ्यास करने से खराब होती किडनी पर सकारात्मक असर पड़ेगा और धीरे-धीरे किडनी ठीक होना शुरू होगी।
अंत में…
मानव के शरीर में दो किडनियां पाईं जाती है। किडनी शरीर की एक नेचुरल डिटॉक्स सिस्टम होती हैं और इसका बेहद महत्वपूर्ण है। किडनी की सेहत को सुधारने के लिए शुगर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने से बेहद मदद मिलती है।
Disclaimer |
ये सारे उपाय इंटरनेट पर उपलब्ध तथा विभिन्न पुस्तकों में उपलब्ध जानकारियों के आधार पर तैयार किए गए हैं। कोई भी उपाय करते समय अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य ले लें। इन्हें आम घरेलू उपायों की तरह ही लें। इन्हें किसी गंभीर रोग के उपचार की सटीक औषधि न समझें। |
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