कलाकारों का संघर्ष और परिवार से बगावत (Bollywood actors whose family did not want them to become actors)
बॉलीवुड की चकाचौंध भरी दुनिया में कदम रखना आसान नहीं होता। हर साल हजारों कलाकार मायानगरी की ओर रुख करते हैं, लेकिन कुछ ही लोग अपनी मेहनत और हुनर से सफल हो पाते हैं। कई बार अपने सपनों को पूरा करने के लिए इन्हें परिवार का विरोध भी झेलना पड़ता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे सितारों के बारे में जिन्होंने अपने परिवार से बगावत कर फिल्मी दुनिया में अपना नाम बनाया।
कंगना रनौत
बॉलीवुड की निडर और मुखर अभिनेत्री कंगना रनौत का नाम सबसे पहले आता है। उनके पिता चाहते थे कि कंगना डॉक्टर बने, लेकिन कंगना का दिल अभिनय में था। छोटी उम्र में ही उन्होंने अपने परिवार से बगावत कर घर छोड़ दिया और मुंबई आ गईं। आज कंगना एक सफल अभिनेत्री हैं और उनके रिश्ते परिवार से भी सुधर गए हैं।
इरफान खान
हिंदी सिनेमा के महान अभिनेता इरफान खान ने भी अपने परिवार के विरोध का सामना किया। उनके परिवार वाले नहीं चाहते थे कि वह अभिनेता बने। अपने सपने को पूरा करने के लिए इरफान ने घरवालों से झूठ बोलकर दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला लिया। इरफान ने न केवल बॉलीवुड में बल्कि हॉलीवुड में भी अपनी एक खास पहचान बनाई।
करिश्मा कपूर
करिश्मा कपूर का नाम भी इस सूची में शामिल है। कपूर परिवार की परंपरा के अनुसार, परिवार की महिलाएं फिल्म उद्योग में काम नहीं करती थीं। उनके पिता रणधीर कपूर ने करिश्मा के फिल्मों में आने के फैसले का कड़ा विरोध किया। लेकिन करिश्मा ने 15 साल की उम्र में ही अपने करियर की शुरुआत कर दी और इंडस्ट्री में अपनी जगह बना ली।
राधिका आप्टे
राधिका आप्टे के माता-पिता चिकित्सा पेशे से जुड़े थे और चाहते थे कि उनकी बेटी भी इसी क्षेत्र में करियर बनाए। लेकिन राधिका का दिल अभिनय में था। उनके पिता ने अभिनय को ‘दिमागहीन पेशा’ कहा, लेकिन राधिका ने अपने दिल की सुनी और अपने सपनों को पूरा किया। आज वह एक सफल अभिनेत्री हैं।
नसीरुद्दीन शाह
दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह को भी अभिनेता बनने के लिए परिवार का विरोध झेलना पड़ा। परिवार के विरोध के चलते नसीरुद्दीन को घर छोड़ना पड़ा। 16 साल की उम्र में उन्होंने घर छोड़ दिया और अभिनेता बनने के सफर पर निकल पड़े। आज नसीरुद्दीन शाह भारतीय सिनेमा के महानतम अभिनेताओं में से एक हैं।
परिवार से बगावत करके अपनो सपनों की उड़ान दी और सफलता के शिखर पर पहुँचे
इन सभी कलाकारों ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए परिवार का विरोध सहा और अपने जुनून की राह पर चले। उनकी संघर्ष यात्रा हमें यह सिखाती है कि यदि आपके सपने के प्रति सच्ची लगन और मेहनत हो, तो कोई भी मुश्किल रास्ता आपको रोक नहीं सकता।
ये भी पढ़ें
आमिर खान – मि. परफेक्शनिस्ट का छोटा-सा लाइफ स्कैन।
अमीन सयानी – आवाज के जादूगर, जिन्होंने रेडियो प्रेजेंटेशन को नई पहचान दी।