माँ का महत्व किसके जीवन में नही होता। किसी भी व्यक्ति के लिए माँ जीवन का सबसे महत्वपूर्ण सदस्य होती है। माँ के सम्मान के लिए दुनिया मदर्स डे भी मनाया जाता है। जीवन में माँ के महत्व और मदर्स डे के इतिहास (History and Information for Mother’s day) को जानते हैं..
‘माँ’ कहने तो बहुत छोटा सा शब्द है, लेकिन इस शब्द की ताकत बहुत बड़ी है। माँ, दुनिया का सबसे बड़ा शब्द है। माँ, धरती में भगवान का रूप है। माँ शब्द में इतनी शक्ति है कि वह जरूरत पड़ने पर सभी रूप धारण कर लेती है। माँ की ममता और प्यार आज तक कोई मुकाबला नहीं कर पाया है।
एक लड़की के जन्म के बाद, जब वह बड़ी होती है, जैसे-जैसे वह बड़ी होती है, वह धीरे-धीरे सभी जिम्मेदारियाँ निभाती है। जब वह माँ बनती है, तब वह अपने बारे में जीना छोड़ कर सिर्फ अपने बच्चे के बारे में सोचती है। अपने बच्चे के लिए सब कुछ करने के लिए तैयार रहती है। वह कभी भी हार नहीं मानती है। माँ अपने बच्चे को 9 महीने तक अपनी कोख में रखती है, उसे प्यार करती है। माँ अपने बच्चे को बिना देखे प्यार करती है।
माँ अपने बच्चे की पहली शिक्षिका होती है, बच्चे का पहला क्लास रूम उसकी गोद होता है। माँ अपने बच्चे को बचपन से सब कुछ सिखाती है। वह उसे हमेशा अच्छे बाते सिखाती है। माँ अपने बच्चे के लिए दिन-रात जागती है। वह उसे कभी किसी भी मुश्किल समय में नहीं छोड़ती है। बच्चे अगर गलती भी करें, तब भी उन्हें समझा कर उनके साथ खड़ी रहती है।
माँ बच्चे की दोस्त होती है। माँ बच्चे के साथ तरह का संबंध को निभाती है। जरूरत पड़ने पर वह दोस्त बन जाती है, जरूरत पड़ने पर उसकी शिक्षिका, जरूरत पड़ने पर उसकी शुभचिंतक सब बन जाती है। बच्चा भी माँ के साथ रह कर बहुत अच्छा महसूस करता है। जब भी परेशान होता है, वह सबसे पहले माँ को याद करता है। माँ अपने बच्चे को सारी दुनिया से बचा कर सकती है। माँ जैसा कोई हो नहीं सकता है।
माँ और बच्चों में एक बहुत प्यारा सा रिश्ता होता है। इस रिश्ते में बहुत सारी भावनाएँ होती है। माँ हमेशा बच्चों के साथ हमेशा रहती है, हमेशा साथ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखती है। माँ का दिल हमेशा एक जैसा रहता है, हमेशा साफ, ममता से भरा होता है। बच्चे जितने बड़े हो जाए, माँ के लिए बच्चे, बच्चे ही रहते है। माँ की ममता कभी भी खत्म नहीं होती है। माँ हमेशा बच्चों के खुशी और दुःख में साथ रहती है। माँ जैसा प्यारा इस दुनिया में कोई नहीं है।
माँ की छोटी सी दुनिया होती है, जो अपने बच्चों, परिवार के लिए समर्पित कर देती है। बच्चों के लिए बहुत बड़ी होती है। हम सभी को अपनी माँ की इज्ज़त करनी चाहिए। जितना बचपन में हमारा साथ देती, हमें भी उनका हमेशा ख्याल रखना चाहिए। माँ एक सुकुन है, माँ हमारी दुनिया, माँ हमारा जीवन है, माँ हमारी ख़ुशी है, माँ की गोद में स्वर्ग है, माँ के हर शब्द में आशीर्वाद है। माँ कदम-कदम में साथ देती है। माँ कभी जीवन में हार नहीं मानती।
मदर्स डे का क्या इतिहास है, जानते हैं? (History and Information for Mother’s day)
मदर्स डे को माँ के प्रति सम्मान और आदर प्रकट करने के लिए मनाया जाता है। इसकी शुरुआत अमेरिका में हुई थी और अब यह पूरे विश्व में मनाया जाता है।
मदर्स डे की शुरुआत वर्ष 1908 में हुई थी, जब एना जार्विस नामक एक महिला ने अपनी मृत माँ के सम्मान में एक विशेष दिन मनाने का प्रस्ताव रखा। अनना की माँ वर्ष 1905 में चल बसी थीं। उन्होंने सोचा कि एक ऐसा दिन होना चाहिए जब सभी लोग अपनी माँ का सम्मान कर सकें।
एना जार्विस ने वेस्ट विर्जिनिया के ग्रॉफ्टन शहर में एक चर्च में पहला मदर्स डे समारोह आयोजित किया। इस समारोह में उन्होंने मदर्स डे की शुरुआत की घोषणा की। इसके बाद से, मदर्स डे का आयोजन हर साल किया जाने लगा।
धीरे-धीरे, मदर्स डे अमेरिका के अन्य राज्यों और देशों में भी मनाया जाने लगा। वर्ष 1914 में, अमेरिकी राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने मदर्स डे को औपचारिक रूप से मान्यता दी।
आज, मदर्स डे को हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इस दिन बच्चे अपनी माँ के लिए उपहार, कार्ड और फूल लाते हैं। परिवार एक साथ मिलकर मदर्स डे का जश्न मनाते हैं।
आज मदर्स डे मनाने की बात की जाए तो विश्व के लगभग सभी देशों में अंतरराष्ट्रीय मदर्स डे मनाया जाता है। एक दूसरी मान्यता के अनुसार यूरोप और ब्रिटेन में अपनी माँ के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए कई तरह की परंपराएं प्रचलित थी। इसी परंपराओं के अंतर्गत एक विशेष रविवार को माता के लिए समर्पित किया गया और उन्हें मदरिंग संडे कहा जाने लगा। यह मदरिंग सन्डे अलग-अलग तारीखों को मनाया जाता था। उनके लिए कोई निश्चित महीना या तारीख नहीं थी।
आधिकारिक रूप से मदर्स डे एना जार्विस द्वारा ही मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाना प्रचलित हुआ। दुनिया के अलग-अलग देश में मदर्स डे अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। चीन, जापान, थाईलैंड आदि देशों में मदर्स डे मनाने की परंपरा बेहद प्रचलित है।
भारत में भी मदर्स डे मनाया जाता है और इस दिन महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी के सम्मान में ये दिवस मनाए जाने की परंपरा तय की गई है।
मदर्स डे केवल माँ के लिए ही नहीं बल्कि उन सभी महिलाओं के लिए भी है जिन्होंने बच्चों की देखभाल और परवरिश की है। इस दिन हम सभी महिलाओं का सम्मान करते हैं जिन्होंने हमारी जिंदगी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मदर्स डे पूरे विश्व में एक महत्वपूर्ण दिन के रूप में मनाया जाता है, जिसमें लोग अपनी माँ के प्रति प्यार और कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
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