क्या इंदर सेना आज के युवा वर्ग का प्रेरणास्रोत हो सकती है? क्या आपके स्मृति-कोश में ऐसा कोई अनुभव है जब युवाओं ने संगठित होकर समाजोपयोगी रचनात्मक कार्य किया हो, उल्लेख करें।

बिल्कुल इंदर सेना आज के युवा वर्ग का प्रेरणास्रोत हो सकती है। भले ही इंदरसेना की कार्रवाई थोड़ी नासमझी वाली रही हो, लेकिन उनका उद्देश्य और भावना बिल्कुल सही थी। वह लोगों के कल्याण के लिए ही कार्य कर रही थी। हमारे आज का युवा वर्ग इससे प्रेरणा ले सकता है और संगठित होकर अनेक कार्य कर सकता है। वह देश और समाज से संबंधित अनेक समस्याओं को सुलझा सकता है। बड़े-बड़े जितने भी सामाजिक या राजनीतिक आंदोलन हुए हैं, वह युवाओं के सहयोग के बिना सफल नहीं हो पाए। इसलिए इंद्रसेना से प्रेरणा लेकर युवा वर्ग संगठित होकर अपने देश एवं समाज केविकास में अपना योगदान दे तो देश देश विकास के पथ पर कहीं अधिक गति से दौड़ सकेगा।

हमारी स्मृति एक नहीं ऐसे अनेक अनुभव हैं। हमने स्वयं अपने मोहल्ले शहर आदि में युवाओं के संगठन को देखा है जो संगठित होकर सामाजिक एवं रचनात्मक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते रहे हैं। हमारे शहर में बाढ़ आने पर युवाओं ने संगठित होकर बाढ़ से पीड़ित लोगों की ऐसी मदद की कि वह मदद सबको याद रही। उसके अलावा अनेक तरह के धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों को करने में भी युवा वर्ग ही सबसे सबसे आगे आते हैं, इसलिए इंदर सेना युवा वर्ग के लिए अच्छा प्रेरणा स्रोत हो सकती है।

संदर्भ पाठ :

‘काले मेघा पानी दे’ लेखक धर्मवीर भारती (कक्षा-12, पाठ-13, हिंदी आरोह 2)

 

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पाठ के अन्य प्रश्न

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काले मेघा पानी दे : धर्मवीर भारती (कक्षा-12 पाठ-13)

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