मानवता ही श्रेष्ठ धर्म है, विषय में मेरे विचार इस प्रकार है :
मानवता ही मनुष्य का श्रेष्ठ धर्म है, मनुष्य के अंदर मानवता का गुण उसे सबसे ऊँचा बनाता है । उस मनुष्य की समाज में उसकी इज्ज़त होती है । सभी लोग उससे प्यार करते है । मनुष्य के साथ हमेशा उसका गुण साथ जाता है ।
मानवता धर्म ही हमें दूसरों के प्रति प्रेम, प्यार की भावना सिखाता है । मानवता धर्म से हम हमेशा दूसरों की भलाई करना सीखते है । मानवता धर्म ही सबसे श्रेष्ठ धर्म है । हमें हमेशा सब के प्रति मानवता रखनी चाहिए ।
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