आदि + अन्त ​ की संधि और संधि का नाम लिखिए।

आदि + अंत की संधि और संधि का नाम इस प्रकार होगा :

 

आदि + अंत : आद्यंत
संधि भेद : यण संधि

 

संधि क्या है?

‘यण संधि’ के इस नियम के अनुसार जब ‘इ’ अथवा ‘ई’ उनके साथ किसी दूसरे विजातीय स्वर का मेल होता है तो वह ‘या’ बन जाता है। यहाँ पर आदि के ‘इ’ और अंत के ‘अ’ मिलकर ‘य’ वर्ण बना रहे हैं। इस कारण यहाँ ‘यण संधि’ है।

‘यण संधि’ स्वर संधि के 5 रूपों में से एक भेद है। स्वर संधि के पाँच भेद होते हैं,

  • दीर्घ संधि
  • गुण संधि
  • वृद्धि संधि
  • अयादि संधि
  • यण संधि

 

संधि के तीन भेद होते हैं।

  • स्वर संधि
  • व्यंजन संधि
  • विसर्ग संधि

 

 

संधि वाले ये प्रश्न भी देखें…

‘कलाभिरुचि’ शब्द का संधि-विच्छेद बताएं।

तथा+अपि। इसमें संधि कौन सी है?

हिमालय में कौनसी संधि है​?

दिग्ग्ज शब्द का संधि विच्छेद

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