पेड़-पौधे हमारे जीवन रक्षक ही नहीं बल्कि हमारे प्राकृतिक मित्र भी हैं, इस बात में संदेह वाली कोई बात नहीं है। पेड़-पौधे ना केवल हमें प्राणवायु यानी ऑक्सीजन प्रदान करने का सबसे बड़ा स्रोत हैं बल्कि वह हमें अनेक जीवनावश्यक वस्तुएं प्रदान करते हैं, जिनके बिना हमारा जीवन संभव नहीं।
एक सच्चा मित्र वही होता है, जो हमारा हित चाहता है और हमें हमेशा कुछ ना कुछ देने की आकांक्षा रखता है। बदले में वो हमसे कुछ पाने की आकांक्षा नहीं रखता। उसी प्रकार पेड़-पौधे भी हमें कुछ ना कुछ प्रदान करते हैं। बदले में वह हमसे कुछ पाने की आकांक्षा नहीं रखते, लेकिन यह हमारा कर्तव्य है कि हम पेड़ पौधों का सम्मान करें, उनके संरक्षण का कार्य करें ताकि वह निरंतर हमें कुछ ना कुछ प्रदान करते रहें।
कल्पना कीजिए, पृथ्वी पर पेड़ पौधे नहीं होते तो हम हम सांस कैसे लेते ? तब तो हमारा जीवन भी संभव नहीं था। पेड़ पौधों के ऊपर ही हमारा जीवन का टिका हुआ है।
दूसरी कल्पना कीजिए अगर पेड़-पौधे इस पृथ्वी पर नहीं होते तो हम क्या खाते? हमें कहाँ से मिलता है? हमें सब्जियां कहां से मिलती हमें मिलते?
पेड़-पौधे ना केवल हमें खाद्य सामग्री प्रदान करते हैं बल्कि हमें अन्य कई जीवनावश्यक वस्तुएं भी प्रदान करते हैं। पेड़-पौधे में अनेक तरह की औषधि प्रदान करते हैं। पेड़-पौधों के माध्यम से हमें लकड़ी, कपास के रूप में वस्त्र के लिए कच्चा माल, तथा तरह-तरह की जीवन आवश्यक सामग्री प्राप्त होती है। इसीलिए पेड़ पौधे पूरी तरह एक सच्चे मित्र की भूमिका निभाते हैं।
पेड़-पौधे न केवल हमारे जीवन की रक्षा करते हैं बल्कि हमें निरंतर खुशियां प्रदान करते रहते हैं। हमारा भी यह कर्तव्य है कि हम अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और इस पृथ्वी को अधिक से अधिक हरियाली युक्त बनाकर पेड़-पौधों द्वारा किए गए योगदान के लिए उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करें।
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