निराला की साहित्य साधना के लेखक के लिए सही विकल्प होगा :
(iv) डॉ. राम विलास शर्माविस्तार से जानें…
‘निराला की साहित्य-साधना’ एक जीवनी है, जिसकी रचना हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार ‘रामविलास शर्मा’ ने की है।
‘निराला की साहित्य-साधना’ नामक इस रचना के लिए रामविलास शर्मा को 1970 में ‘साहित्य अकादमी’ पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है।
रामविलास शर्मा द्वारा रचित ‘निराला की साहित्य-साधना’ नामक जीवनी का प्रकाशन तीन खंडों में हुआ।
पहले खंड का प्रकाशन 1969 में, द्वितीय खंड का प्रकाशन 1972 में तथा तीसरे खंड का प्रकाशन 1976 में हुआ था।
इस जीवनी के तीनों खंडों में सबसे प्रसिद्ध खंड प्रथम खंड ही रहा है, जिसमें रामविलास शर्मा निराला के जीवन के अंतरंग पलों के बारे में विस्तृत विवेचन किया है।
द्वितीय खंड में उन्होंने निराला के कृतित्व की बात की है और उनकी रचनाओं का विस्तृत वर्णन प्रस्तुत किया है।
तृतीय खंड में उन्होंने निराला द्वारा लिखे गए पत्रों का संग्रह प्रस्तुत किया है।रामविलास शर्मा हिंदी पर जाने-माने साहित्यकार कवि रहे हैं। उनका जन्म 10 अक्टूबर 1912 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के ऊँचगाँव नामक गाँव में हुआ था उन्होंने अनेक आलोचनात्मक ग्रंथ, भाषा समाज और भाषा विज्ञान पर आधारित पुस्तकें, इतिहास समाज और संस्कृति तथा दर्शन पर आधारित पुस्तकें, कविता, नाटक, उपन्यास, आत्मकथा, साक्षात्कार, पत्र संवाद, संपादकीय जैसी कृतियों की रचना की। उनका निधन 30 मई 2000 को हुआ।
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दोहे : बिहारी (कक्षा-10 पाठ-3 हिंदी स्पर्श 2) — DOHE : Bihari (Class 10 Chapter 3 Hindi Sparsh 2)