दिनांक-03-02-2023,
प्रिय मित्र,
हेल्लो अमित, आशा करता हूँ तुम एक दम ठीक होगे । आज मैं तुम्हें बहुत दिनों के बाद पत्र लिख रहा हूँ । मैं आज तुम्हें बढ़े ओहदे वाले व्यक्तियों को किस तरह लोगों से बर्ताव करना चाहिए, इस विषय में अपने विचार बताना चाहता हूँ ।
मेरे विचार से बड़े ओहदे वाले व्यक्ति का लोगों से बर्ताव कुशल होना बहुत ही महत्वपूर्ण है । जिस व्यक्ति का व्यवहार कुशल होता है, वह जीवन में कभी असफल नहीं होता, उसे जीवन में हर कदम पर सफलता मिलती रहती है । वह जहाँ कहीं भी जाता है, अपने व्यवहार से दूसरों को प्रभावित कर लेता है ।
अच्छे मनुष्य की पहचान उसकी बोलचाल, रहन-सहन और उसके व्यवहार से होती है इसलिए सद्व्यवहार, आत्मीयता, प्रेम, दूसरों का हित चिन्तन और निस्वार्थ भावना को ध्यान में रखते हुए बर्ताव करना चाहिए और बड़े ओहदे वाले व्यक्ति को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए । दूसरों को अपना समझकर उनके हित का ध्यान रखते हुए उदारता पूर्वक बर्ताव करना चाहिए ।
हम जीवन से सदैव सीखते रहें और इसलिए उच्च ओहदे वाले व्यक्तियों को चाहिए कि वह जिससे भी मिलें उसे भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहें । कभी किसी को हतोत्साहित मत कीजिए । अपने हृदय को शुद्ध रखिए । किसी के प्रति घृणा पालकर अपना हृदय मलिन मत करिए और यह शिक्षा सभी को दीजिए ।
दयालुता एवं दूसरों के बारे में सोचने जैसे सद्गुणों को अपनाना चाहिए । जब आप दूसरों के प्रति सम्मान व्यक्त करेंगे तो उसके बदले आप भी सम्मान प्राप्त करेंगे । आप केवल इस बात पर घमंड ना करें कि आप ऊंचे (बड़े) ओहदे पर बैठे हैं । यह एक पुराना मगर अत्यन्त उपयोगी सिद्धान्त है आपको जैसा व्यवहार चाहिए वैसा ही व्यवहार आप दूसरों के प्रति करें ।
अपना ध्यान रखना, तुम्हारे पत्र का इंतजार करूंगा ।
तुम्हारा मित्र,
अंशुल ।
Partner website…
ये भी देखें…
धर्म के नाम पर लड़ना उचित नहीं है’ विषय पर अपने विचार लिखिए।
खिचड़ी भाषा (दूसरी भाषा के शब्दों का प्रयोग) के प्रयोग के संदर्भ में आपके विचार सकारण स्पष्ट करो।
वाणी का महत्व विषय पर 25 से 30 शब्दो में विचार लिखिये।
‘युद्ध विनाश एवं शांति विकास का कारण होता है।’ इस विषय पर 40 से 50 शब्दों में अपने विचार लिखिए।