सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय,
डी. ए. वी. पुब्लिक स्कूल,
न्यू शिमला,
शिमला (हि. प्र.) ।
विषय : विद्यालय में योग शिक्षा की व्यवस्था बाबत ।
महोदय,
मैं आपके विद्यालय की 12 वीं कक्षा का छात्र हूँ । मैं आपंके संज्ञान में लाना चाहता हूँ कि हमारे विद्यालय में योग शिक्षण की कोई व्यवस्थता नहीं है । आज कल सभी विद्यालयों में योग शिक्षा दी जा रही है ।
मनुष्य को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ व सुन्दर बनाये रखने में योग शिक्षा का महत्व सर्वविदित हो चुका है । शिक्षा का क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहा है । शिक्षा का मुख्य उद्देश्य बच्चे का सर्वांगीण विकास करना तथा उन्हें समाज में एक प्रतिष्ठित स्थान दिलाना है ।
योग शिक्षा द्वारा विद्यार्थी का शारीरिक विकास, मानसिक विकास, सामाजिक विकास, आध्यात्मिक विकास, भावनात्मक विकास होता है । बच्चों में चिड़चिड़ापन तनाव, क्रोध, चिन्ता आदि को दूर करने में योग शिक्षा लाभप्रद है ।
योग शिक्षा के द्वारा शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि उत्तम मानसिक स्वास्थ्य को भी प्राप्त करने में पूरी-पूरी सहायता मिलती है । योग शिक्षा से सकारात्मक सोचने की शक्ति बढ़ती है । योग के शिक्षा के क्षेत्र में महत्व को विश्व के अनेक देश स्वीकार कर चुके हैं तथा उन्होंने अपनी आधुनिकतम शिक्षा प्रणाली में योग को स्थान देना प्रारम्भ कर दिया है । वह दिन भी दूर नहीं है; जब सम्पूर्ण विश्व योग के शैक्षिक महत्व से अवगत हो जायेगा तथा इसे अपनी सम्पूर्ण शिक्षा में एक अहम् जगह देने लगेगा ।
अतः मेरा आपसे निवेदन है कि हमारे विद्यालय में भी योग शिक्षा की व्यवस्था की जाए । हम सभी विद्यार्थी सदैव आपके आभारी रहेंगे ।
धन्यवाद सहित ।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
राम कुमार,
कक्षा -12 वीं
अनुक्रमांक – 03 ।
अन्य पत्र प्रश्न :
विषय-: विद्यालय में योग शिक्षण की व्यवस्था करने हेतु अनुरोध पत्र |
विद्यालय में नए खेल उपकरण की माँग करते हुए अपने प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए।
विद्यालय में नए खेल उपकरण की माँग करते हुए अपने प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए।
विद्यालय में आयोजन हेतु बालमेले का एक प्रतिवेदन लिखिए।