अगर दिल्ली का चाँदनी चौक ना होता तो हमें एक ऐतिहासिक स्थल से वंचित होना पड़ता। दिल्ली का चाँदनी चौक दिल्ली की पहचान है। वह दिल्ली की ऐतिहासिक विरासत है। चाँदनी चौक दिल्ली का ऐसा प्रसिद्ध स्थल है और दिल्ली में घूमने आने वाले लोग जिसे देखने के लिए अवश्य आते हैं।
अगर चाँदनी चौक ना होता तो शायद लाल किला भी ना होता तो शायद दिल्ली चाँदनी चौक के पास स्थित शीशगंज गुरुद्वारा भी ना होता। अगर चाँदनी चौक ना होता तो फिर दिल्ली की एक पहचान कम हो गई होती और दिल्ली की चाँदनी चौक से जुड़ी स्मृतियाँ नहीं होती। चाँदनी चौक अपनी चाँदनी रात वाले सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। इसी कारण उसका नाम चाँदनी चौक पड़ा अगर चाँदनी चौक ना होता तो लोग चाँदनी रात सौंदर्य का वर्णन नहीं करते। चाँदनी चौक को चाँदनी रात के संदर्भ में याद नहीं करते तब शायद दिल्ली भी एक आम शहर की तरह ही होता।
चाँदनी चौक दिल्ली की पहचान है, दिल्ली का गौरव है, वह दिल्ली के ऐतिहासिक विरासत में चार चाँद लगाता है। इसलिए चाँदनी चौक का अपना महत्व है।
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