इसका सही विकल्प होगा :
(घ) विकार मुक्त व्यक्ति
समझें क्यों ?
सुसंस्कृत व्यक्ति से तात्पर्य है, विकारमुक्त व्यक्ति।
विकारमुक्त व्यक्ति वह व्यक्ति होता है, जिसमें किसी भी तरह का विकार ना हो।
विकार से तात्पर्य अवगुणों से होता है।
मनुष्य के अंदर काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद और मत्सर यह छः विकार पाए गए हैं। यह विकार मनुष्य में प्राकृतिक रूप से मौजूद होते हैं, लेकिन अगर मनुष्य इन विकारों पर नियंत्रण पा ले और इन विकारों से मुक्त हो जाए तो वह व्यक्ति सुसंस्कृत व्यक्ति कहलाता है।
जो व्यक्ति मनुष्य इन विकारों से मुक्त नहीं हो पाता तो वह मनुष्य और पशु में कोई अंतर नहीं रह जाता।
सुसंस्कृत व्यक्ति पशु से भिन्न होता है, संस्कृति के अभाव से मनुष्य और पशु में कोई भेद नही रह पाता।
इसलिए विकारमुक्त व्यक्ति को सुसंस्कृत व्यक्ति कहा जाता है।
अन्य प्रश्न
शिक्षा प्रदान करने वाले गुरुजनों पर हमें श्रद्धा रखनी चाहिए ।
कक्षा में देरी से पहुँचने पर हुए अपने अनुभव को डायरी लेखन लिखिए के रूप में लिखिए :
1 thought on “सुसंस्कृत व्यक्ति से तात्पर्य है – (क) विकारग्रस्त व्यक्ति (ग) विचारशील व्यक्ति (ख) विकासशील व्यक्ति (घ) विकारमुक्त व्यक्ति।<div class="yasr-vv-stars-title-container"><div class='yasr-stars-title yasr-rater-stars' id='yasr-visitor-votes-readonly-rater-5557f6a160df0' data-rating='0' data-rater-starsize='16' data-rater-postid='7614' data-rater-readonly='true' data-readonly-attribute='true' ></div><span class='yasr-stars-title-average'>0 (0)</span></div>”