शिक्षा के अभाव में मनुष्य के अंदर अमानवीय प्रवृत्ति पनपने लगती है। यह बात कफ़न कहानी के माध्यम से स्पष्ट हो जाती है। कफ़न कहानी के दोनों मुख्य पात्र घीसू और माधव, जो कि पिता पुत्र थे, वह बिल्कुल अनपढ़ थे। उनकी अधिकता के कारण ही उन्हें सही से रोजगार नहीं मिल पाता था। अशिक्षा और गरीबी ने उन्हें मानसिक रूप से बेहद निर्दयी बना दिया था। इसी कारण जब माधव की पत्नी प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी तब दोनों बाप बेटे भुने हुए आलू खाने में मगन थे।
ऐसा इसलिए था क्योंकि दोनों बाप बेटे बेहद गरीब थे और उन्हें जब तब ही मुश्किल भोजन मिल पाता था। उस दिन उन्हें बड़े दिनों बाद आलू खाने के लिए मिले थे। इसलिए उन्हें अपने घर के किसी सदस्य की तकलीफ से अधिक चिंता अपनी भूख को मिटाने की थी।
यह सब उनकी अशिक्षा के कारण हुआ था। यदि वह अशिक्षित नही होते तो उनके अंदर कुछ समझ विकसित होती और शिक्षित होने के कारण उन्हें रोजगार पाने में भी इतनी दिक्कत नहीं होती। तब उनकी आर्थिक स्थिति इतनी दयनीय नहीं होती।
बेहद गरीबी के कारण उन्हें केवल अपने पेट की चिंता अधिक रहती थी। उनके अंदर से सारी मानवीय संवेदनायें खत्म हो गई थी ।
हमारे समाज में भी यही होता है।अशिक्षा और अत्यधिक गरीबी के कारण व्यक्ति के अंदर से मानवीय
संवेदनायें खत्म हो जाती हैं और उन्हे केवल पेट भरने और जीवन यापन करने की चिंता लगी रहती है। इसीलिए शिक्षा के अभाव में अमाननीय प्रवृत्ति अधिक पनपने लगती है।
अन्य प्रश्न
शीला तथा रमा के बीच स्त्री शिक्षा संबंधी वार्तालाप को 50 से 60 शब्दों में लिखें
2 thoughts on “शिक्षा के अभाव में समाज में किस तरह का अमानवीय व्यवहार होने लगता है, कफन के आधार पर स्पष्ट कीजिए।<div class="yasr-vv-stars-title-container"><div class='yasr-stars-title yasr-rater-stars' id='yasr-visitor-votes-readonly-rater-825023b221cf6' data-rating='0' data-rater-starsize='16' data-rater-postid='7566' data-rater-readonly='true' data-readonly-attribute='true' ></div><span class='yasr-stars-title-average'>0 (0)</span></div>”