हिरोशिमा की घटना विज्ञान का भयानकतम दुरुपयोग है। इसके अलावा विज्ञान का दुरुपयोग अनेक क्षेत्रों में हो रहा है।
वाहनों में प्रयोग किए जाने वाला जीवाश्म ईंधन का धुआं वातावरण में जहर घोलता है, जिससे वायु प्रदूषित होती है। यह विज्ञान का दुरुपयोग है।
अनेक तरह के परमाणु हथियार बनाकर समूची मानव जाति पर संकट खड़ा कर दिया है। यही विज्ञान का दुरुपयोग है।
विज्ञान की सहायता से मानव के जन्म से पहले ही उसके लिंग की पहचान की जा सकती है। इस तकनीक का विस्तार किसी अच्छे उद्देश्य के लिए किया गया था लेकिन आज इसका दुरुपयोग किया जा रहा है और भ्रूण हत्या में बढ़ रही हैं।
चिकित्सा विज्ञान में भी मानव अंगों का प्रत्यारोपण विज्ञान की प्रगति का उदाहरण था, लेकिन इसका दुरुपयोग भी होने लगा है और मानव अंगों का व्यापार होने लगा है।
कंप्यूटर एवं मोबाइल के रूप में संचार में एक नयी क्रांति आयी थी। लेकिन आज इनका अत्याधिक उपयोग मानव स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है।
पाठ के बारे में…
‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ ‘अज्ञेय’ द्वारा लिखा गया पाठ है, जिसके माध्यम से उन्होंने अपने लेखन अनुभव के बारे में वर्णन किया है। लेखक ने यह बताने की चेष्टा की है की वह लेखन कार्य क्यों करते हैं। उनके लेखन कार्य के क्या कारण है और लिखने से उन्हें कैसी अनुभूति होती है। कौन सी बातें हैं जो लेखक को लिखने के लिए प्रेरित करती हैं।
‘अज्ञेय’ जिनका पूरा नाम ‘सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय’ था। वह हिंदी साहित्य के जाने-माने लेखक रहे हैं। उनका जन्म 1911 में उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले कुशीनगर में हुआ था। उनकी आरंभिक शिक्षा दीक्षा जम्मू-कश्मीर और लाहौर में हुई थी। उन्होंने भारत के स्वाधीनता संग्राम में भी भाग लिया और इस कारण जेल भी गए। एक प्रसिद्ध साहित्यकार होने के साथ-साथ पत्रकार भी थे।
उनकी प्रमुख रचनाओं में चिंता, भग्नदूत, अरी ओ करुणा प्रभामय, इंद्रधनुष रौंदे हुए ये, आँगन के पार द्वार (काव्य संग्रह) शेखर : एक जीवनी, नदी के द्वीप (उपन्यास) अरे यायावर रहेगा याद (यात्रा वृतांत) आदि। उनका निधन 1987 में हुआ था।
संदर्भ पाठ :
“मैं क्यों लिखता हूँ?” अज्ञेय, (कक्षा – 10, पाठ – 4, हिंदी, कृतिका)
हमारे अन्य प्रश्न उत्तर :
हिरोशिमा पर लिखी कविता लेखक के अंत: व बाह्य दोनों दबाव का परिणाम है यह आप कैसे कह सकते हैं?
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1 thought on “हिरोशिमा की घटना विज्ञान का भयानकतम दुरुपयोग है। आपकी दृष्टि में विज्ञान का दुरुपयोग कहाँ-कहाँ और किस तरह से हो रहा है।<div class="yasr-vv-stars-title-container"><div class='yasr-stars-title yasr-rater-stars' id='yasr-visitor-votes-readonly-rater-71850d6d9c0be' data-rating='0' data-rater-starsize='16' data-rater-postid='4243' data-rater-readonly='true' data-readonly-attribute='true' ></div><span class='yasr-stars-title-average'>0 (0)</span></div>”