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लेखक ने अपने आपको हिरोशिमा के विस्फोट का भोक्ता कब और किस तरह महसूस किया?
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अज्ञेय, कक्षा-10 पाठ-5 हिंदी, कक्षा-10 पाठ-5 हिंदी कृतिका, मैं क्यों लिखता हूँ?

लेखक ने अपने आपको हिरोशिमा का भोक्ता तब महसूस किया जब लेखक ने अपनी जापान की यात्रा के दौरान हिरोशिमा का दौरा किया था। इससे पहले लेखक ने अखबार में हिरोशिमा पर बम विस्फोट के बारे में काफी कुछ पढ़ा था, लेकिन लेखक जब प्रत्यक्ष रूप से उन अस्पतालों में गया। जहाँ पर बिस्फोट से घायल हुए लोगों का इलाज हो रहा था।
तब लेखक ने स्वयं को विस्फोट का भोक्ता महसूस कियाय़ लेखक अपने इस अनुभव के द्वारा विस्फोट का भोक्ता बनना स्वीकार नहीं करना चाह रहा था, लेकिन उसे हिरोशिमा की त्रासादी की घटना की अनुभूति हुई और उसी अनुभूति ने उसे भोक्ता बनने महसूस होने के लिए विवश कर दिया।
एक दिन जब एक जगह पर एक बड़े जले हुए पत्थर पर लेखक ने एक व्यक्ति की छाया को देखा। तब लेखक ने अनुमान लगाया कि उस जगह पर विस्फोट के समय कोई व्यक्ति खड़ा रहा होगा और विस्तार से उत्सर्जित रेडियोधर्मी पदार्थों ने उस व्यक्ति को ही बना दिया और पत्थर को झुलसा दिया। इस तरह वह समुचित त्रासदी पत्थर पर अंकित हो गई। इस तरह की अनुभूति ने लेखक को अंदर तक झकझोर दिया था और इस तरह लेखक विस्फोट का प्रत्यक्ष भोक्ता बन गया था।

पाठ के बारे में…

‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ ‘अज्ञेय’ द्वारा लिखा गया पाठ है, जिसके माध्यम से उन्होंने अपने लेखन अनुभव के बारे में वर्णन किया है। लेखक ने यह बताने की चेष्टा की है की वह लेखन कार्य क्यों करते हैं। उनके लेखन कार्य के क्या कारण है और लिखने से उन्हें कैसी अनुभूति होती है। कौन सी बातें हैं जो लेखक को लिखने के लिए प्रेरित करती हैं।
‘अज्ञेय’ जिनका पूरा नाम ‘सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय’ था। वह हिंदी साहित्य के जाने-माने लेखक रहे हैं। उनका जन्म 1911 में उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले कुशीनगर में हुआ था। उनकी आरंभिक शिक्षा दीक्षा जम्मू-कश्मीर और लाहौर में हुई थी। उन्होंने भारत के स्वाधीनता संग्राम में भी भाग लिया और इस कारण जेल भी गए। एक प्रसिद्ध साहित्यकार होने के साथ-साथ पत्रकार भी थे।
उनकी प्रमुख रचनाओं में चिंता, भग्नदूत, अरी ओ करुणा प्रभामय, इंद्रधनुष रौंदे हुए ये, आँगन के पार द्वार (काव्य संग्रह) शेखर : एक जीवनी, नदी के द्वीप (उपन्यास) अरे यायावर रहेगा याद (यात्रा वृतांत) आदि। उनका निधन 1987 में हुआ था।

संदर्भ पाठ :

“मैं क्यों लिखता हूँ?” अज्ञेय, (कक्षा – 10, पाठ – 4, हिंदी, कृतिका)

 

हमारे अन्य प्रश्न उत्तर :

मैं क्यों लिखता हूँ? के आधार पर बताइए कि लेखक को कौन सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती हैं? किसी रचनाकार के प्रेरणा स्रोत किसी दूसरे को कुछ भी रचने के लिए किस तरह उत्साहित कर सकते हैं?

लेखक के अनुसार प्रत्यक्ष अनुभव की अपेक्षा अनुभूति उनके लेखन में कहीं अधिक मदद करती है, क्यों?

 

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