प्रकृति बालक सी हंस रही में अलंकार
उत्तर – उपरोक्त पंक्ति में ( मानवीयकरण अलंकार ) है।
मानवीयकरण अलंकार परिभाषा :- जहां काव्य में चेतन-अचेतन अवस्था का संबंध तथा
क्रियाकलापों को , मनुष्य के व्यवहार से जोड़कर प्रस्तुत किया जाता है वहां मानवीकरण
अलंकार होता है । जहां बेजुबान में जान होने का संकेत मिले वहां मानवीकरण अलंकार की
उपलब्धता होती है ।
अलंकार की परिभाषा:- काव्य की शोभा बढ़ाने वाले तत्वों को, अलंकार कहते हैं । जब कोई
स्त्री अपनी सुन्दरता को बढ़ाने के लिए श्रृंगार करती हैं ठीक उसी प्रकार जब हम काव्यों की
सुन्दरता बढ़ाते हैं तो हमें अलंकार की जरूरत पड़ती हैं |
अलंकार के भेद:- अलंकार के दो भेद होते हैं :
शब्दालंकार
अर्थालंकार
शब्दलंकार के भेद:- शब्दालंकार तीन प्रकार के होते हैं :-
अनुप्रास अलंकार
यमक अलंकार
अर्थालंकार की परिभाषा :– जिन काव्य पंक्तियों में अर्थों के कारण रोचकता और रमणीयता
उत्पन्न होती है, वहाँ अर्थालंकार होता है।
अर्थालंकार के भेद :- अर्थालंकार पाँच प्रकार के भेद होते हैं ।
उपमा अलंकार
रूपक अलंकार
उत्प्रेक्षा अलंकार
अतिशयोक्ति अलंकार
मानवीकरण अलंकार
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