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‘मनुष्यता’ कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहता है?
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कक्षा-10 पाठ-4 स्पर्श, कक्षा-10 पाठ-4 हिंदी स्पर्श, मनुष्यता कविता, मैथिलीशरण गुप्त

‘मनुष्यता’ कविता के माध्यम से कवि यह संदेश देना चाहता है कि व्यक्ति को मनुष्यता से भरा हुआ जीवन जीना चाहिए यानी उसे अपना जीवन पूरा जीवन परोपकार के कार्य करते हुए बिताना चाहिए।
मनुष्य को मनुष्यता वाले वे सभी गुण अपनाना चाहिए जो उसे मनुष्यता की कसौटी पर खरा बनाएं यानी उसके अंदर प्रेम, दया, करुणा, सद्भाव, संवेदना, उदारता के सभी गुण होना चाहिए। मनुष्य को निस्वार्थ भाव से अपना जीवन जीना चाहिए और उसे अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर परमार्थ के विषय में सोचना चाहिए। वो सदैव दूसरों की मदद करने के लिए तत्पर रहे। मनुष्य और मनुष्य के बीच कोई अंतर ना समझे। उसका ह्रदय उदार हो। उसे अपनी धन-संपत्ति या अन्य किसी उपलब्धि पर घमंड ना हो, ऐसा मनुष्य बनना चाहिए
मृत्यु तो हर मनुष्य की निश्चित है, लेकिन उसे अपने जीवन में ऐसे अच्छे कार्य करना चाहिए कि उसके मरने के बाद भी लोग उसे याद रखें तभी उसकी मृत्यु सुमृत्यु में बदल जाएगी। कवि ने दधीचि, कर्ण, रंतिदेव, उशीनर, क्षितिश जैसे अनेक महान व्यक्तियों के उदाहरण देकर दूसरों के हित के लिए अपना बलिदान करने की प्रेरणा दी है, और मनुष्यता का यही संदेश दिया है।

पाठ के बारे में….

यह पाठ कवि ‘मैथिली शरण गुप्त’ द्वारा रची गई ‘मनुष्यता’ नामक कविता के बारे में है। इस पाठ में मैथिलीशरण गुप्त की ‘मनुष्यता’ कविता को प्रस्तुत किया गया है। ‘मनुष्यता’ कविता के माध्यम से कवि ने मनुष्य को अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया है। कवि मनुष्य को मनुष्यता का भाव अपनाने की प्रेरणा देते हैं और चाहते हैं कि मनुष्य ऐसा जीवन जिए, ऐसे अच्छे कार्य करके जाए कि लोग मरने के बाद भी उसे याद रखें। अपने लिए तो सभी जीते हैं, जो लोग दूसरों के लिए जीते हैं वही महान कहलाते हैं। उन्हें ही लोग याद रखते हैं।’मैथिलीशरण गुप्त’ जिन्हें ‘राष्ट्र कवि’ की उपाधि से विभूषित किया गया है। वह हिंदी साहित्य जगत के अनमोल कवि थे। उनका जन्म 1886 में झांसी के चिरगांव में हुआ था। हिंदी खड़ी बोली पर उनकी गहरी पकड़ थी। उनकी कविताओं में संस्कृतनिष्ठ हिंदी का गहरा प्रभाव दिखाई पड़ता है।
साकेत, यशोधरा जैसी उनकी कालजयी कृतियां है। उनका 1964 में हुआ था।

संदर्भ पाठ :

मैथिलीशरण गुप्त, मनुष्यता (कविता) (कक्षा – 10 पाठ – 4, स्पर्श)

 

हमारे अन्य प्रश्न उत्तर :

व्यक्ति को किस प्रकार का जीवन व्यतीत करना चाहिए? इस कविता के आधार पर लिखिए।

कवि ने सबको एक होकर चलने की प्रेरणा क्यों दी है?

 

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