माँ और बेटी के बीच गोवा भ्रमण जाने को लेकर संवाद
माँ : (दरवाज़े की घंटी बजते ही, ट्रिन –ट्रिन ) आती हूँ ज़रा रुको |
बेटी : ( दरवाज़ा खुलते ही ) माँ – माँ आज मैं बहुत खुश हूँ |
माँ : अरे ! ऐसा भी क्या हुआ , मुझे भी बताओ |
बेटी : ( बड़ी ही उत्सुकता से ) हमें स्कूल की तरफ से गोवा घूमने ले जा रहे है क्योंकि यह हमारा स्कूल का आखिरी साल है |
माँ : अरे ! नहीं – नहीं तुम नहीं जा सकती क्योंकि आजकल सर्दी इतनी बढ़ गई है ऐसे मैं तुम बीमार हो गई थी तो , तुम्हारा वहाँ पर ध्यान कौन रखेगा |
बेटी : ( समझाते हुए ) माँ हम शिमला में रहते हैं ठंड यहाँ पर है वहाँ पर तो गर्मी का मौसम है |
माँ : ( चिंता का भाव चेहरे पर ) लेकिन मुझे तुम्हें इस तरह अकेले भेजते हुए डर लगता है |
बेटी : ( माँ को कुर्सी पर बैठाते हुए ) माँ डरने की कोई बात नहीं है हम 25 लड़के लड़कियां और 8 अध्यापक और अध्यापिकाएं साथ जा रहे हैं |
माँ : लेकिन जाना कैसे है और कितने दिनों के लिए ?
बेटी : हम स्कूल बस में ही जाएंगे और बस 5 दिनों के लिए ही जाएंगे |
माँ : ठीक है , जाओ लेकिन पानी के ज़्यादा नजदीक मत जाना और मुझे हर रोज़ फोन करना |
बेटी : ठीक है माँ , आपका शुक्रिया माँ |
हमारे अन्य प्रश्न उत्तर :
परीक्षा की समाप्ति पर छुट्टियों के उपयोग के बारे में दो मित्रों का पारस्परिक संवाद लिखिए।