अपने घर और विद्यालय के आस-पास हो रहे उन बदलावों के बारे में लिखें, जो सुविधाजनक और आधुनिक होते हुए भी बुजुर्गों को अच्छे नहीं लगते। अच्छा ना लगने के क्या कारण होंगे?


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हमारे घर और विद्यालय के आसपास हो रहे कुछ बदलाव जो सुविधाजनक और आधुनिक हैं, लेकिन फिर भी हमारे बुजुर्गों को अच्छे नहीं लगते और उनके अच्छा ना लगने के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं…
मोबाइल आज के समय की सबसे बड़ी मांग है और हर किसी व्यक्ति के पास स्मार्टफोन होना जरूरी हो गया है। कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा के लिए यही स्मार्टफोन सबसे बड़ा सहारा बना। आज स्मार्टफोन की सहायता से हम अपने विद्यालय से संबंधित किसी भी प्रश्न का समाधान चंद मिनटों में पा लेते हैं। यह हमारे लिए बेहद सुविधाजनक है, लेकिन हमारे घर के बुजुर्ग हमें हमेशा मोबाइल में व्यस्त देखकर हुए हमें टोकते हैं। उनके अनुसार हर समय मोबाइल में लगे रहना सेहत के लिए ठीक नहीं है।
हमारे घर और विद्यालय के बीच 1 किलोमीटर का फासला है। समय बचाने के लिए मेरे माता पिता ने एक स्कूल वैन की व्यवस्था कर रखी है। लेकिन मेरे दादा टोकते हैं और बोलते हैं कि एक किलोमीटर बहुत अधिक दूर नहीं होता और वहां स्कूल पैदल ही जाना चाहिए। इस उम्र में शारीरिक श्रम करने में संकोच नहीं करना चाहिए।
हमारे घर के आस पास कोई बड़ा मैदान नहीं है इसलिए हम अपने घर में ही रहते हैं और बाहर खेलने नहीं जाते। हम मोबाइल या टीवी आदि पर समय बिता लेते है। लेकिन हमारे दादाजी को यह सब अच्छा नहीं लगता उनके अनुसार बच्चों को बाहर मैदान में खेलने जाना चाहिए ताकि उनकी शारीरिक गतिविधि हो सके, हालांकि उनकी बात सही है लेकिन महानगरों में यह सब संभव नहीं हो पाता।
मेरे माता-पिता दोनों जॉब करते हैं। माँ को अक्सर वापस आने में देर हो जाती है तो वह बाहर से ही खाना मंगा लेते हैं। लेकिन मेरे दादा दादी इस पर नाराज होते हैं। उनके अनुसार बाहर का खाना नहीं खाना चाहिए और घर पर ही खाना बनाना चाहिए जबकि समय अभाव के कारण यह अक्सर यह संभव नहीं हो पाता।

पाठ के बारे में…
‘सिल्वर वेडिंग’ पाठ जोकि ‘मनोहर श्याम जोशी’ द्वारा लिखा गया है। इस पाठ के माध्यम से लेखक ने दो पीढ़ियों के बीच विचारों के टकराव को लेकर संघर्ष विचारों के टकराव के संघर्ष के बारे में वर्णन किया है। कहानी के मुख्य पात्र यशोधर बाबू पुरानी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि उनकी संताने नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती हैं। दोनों पीढ़ियां अपने हिसाब से जीना चाहती हैं।

पाठ संदर्भ
सिल्वर वेडिंग – मनोहर श्याम जोशी (कक्षा – 12, पाठ – 1, वितान)

 

हमारे अन्य प्रश्न उत्तर :

निम्नलिखित में से किसे आप कहानी की मूल संवेदना कहेंगे/कहेंगी और क्यों ? (क) हाशिए पर धकेले जाते मानवीय मूल्य (ख) पीढ़ी का अंतराल (ग) पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव

वर्तमान समय में परिवार की संरचना स्वरूप से जुड़े आपके अनुभव इस कहानी से कहां तक सामंजस्य बिठा पाते हैं?

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