राणा निवास,
मकान नंबर -421,
न्यू दिल्ली ।
प्रिय मित्र,
शुभम आशा करता हूँ, तुम एक ठीक होगे । बहुत दिन हो गए, तुमसे बात नहीं हुई । आज मैं तुम्हें पत्र में अपने स्कूल में हुए नाटक के बारे में बताना चाहता हूँ । मेरे स्कूल में शिक्षा के महत्व पर एक बहुत अच्छा नाटक हुआ था । नाटक में मैंने भी भाग लिया था । स्कूल में सभी ने हमारे द्वारा प्रस्तुत किए गए नाटक की बहुत प्रशंसा की ।
नाटक में हम 12 लोग थे । सब ने अपने-अपने किरदार बहुत अच्छे से निभाए । कुछ बच्चे शिक्षक और माता-पिता , बच्चे हुए थे | मैंने नाटक में एक बिगड़ा हुआ बच्चा बना था । नाटक का माध्यम सब को शिक्षा के महत्व के बारे में उजागर करना था | शिक्षा हम सब के जीवन में बहुत जरूरी होती है ।
तुम भी अपने स्कूल के किसी नाटक के बारे मुझे बताना । तुम भी नाटक में भाग लेना । नाटक में भाग लेने से बहुत कुछ सीखने को मिलता है । अपना ध्यान रखना । तुम्हारे पत्र का इंतजार करूंगा ।
तुम्हारा मित्र,
पार्थ ।
हमारे अन्य प्रश्न उत्तर :
विद्यालय छोड़ने का प्रमाण पत्र लेने के लिए प्रधानाचार्या को पत्र।