मनोविदालिता के लक्षणों का वर्णन करे।


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मनोविदालिता के लक्षण इस प्रकार हैं…

बोलने और समझने क्षमता में परिवर्तन : मनोविदालता से पीड़ित व्यक्ति के बोलने की क्षमता में असामान्य परिवर्तन दिखाई देने लगते हैं। वह अक्सर अलग-अलग शब्दों और वाक्यों का उपयोग करने लगते हैं।

व्यवहार में असमान्यता : जो व्यक्ति मनोविदालिता से पीड़ित होता है, उसके व्यवहार में अजीबोगरीब परिवर्तन आने लगते हैं। वह व्यक्ति आवेग को नियंत्रण करने में परेशानी अनुभव करता है। अलग-अलग परिस्थितियों के लिए अजीबोगरीब प्रतिक्रियाएं देता है। भावनाओं की अभिव्यक्ति की कमी और उत्साह की कमी जैसे मनोविकार भी उत्पन्न होने लगते हैं।

सामान्य क्रियाकलापों मेें परेशानाी : मनोविदालिता से पीड़ित व्यक्ति सामान्य गतिविधियों में अरुचि दिखाने रखता है। वह समाज सभी लोगों से अलग-थलग रहने की कोशिश करता है। उसे किसी बात से खुशी नहीं होती। वह अपने जीवन के बारे में भी लापरवाह हो जाता है। रोजमर्रा की सामान्य गतिविधियों को पूरा करने में भी उसे असुविधा महसूस होती है।

 

मनोविदालिता क्या है?

मनोविदालिता एक मानसिक मनोविकार है। जिसके कारण व्यक्ति के सोचने समझने काम करने, भावनाओं को अभिव्यक्त करने तथा अन्य लोगों से संबंध स्थापित करने की क्षमता कम होती जाती है। मनोविदालिता से पीड़ित व्यक्ति कल्पना और वास्तविकता में अंतर नहीं कर पाता और वो हर समय डरा हुआ सा महसूस करता है। इस मनोविकार से पीड़ित व्यक्ति के जीवन में पूरे जीवन यह समस्या रह सकती है। बस उसे सही उपचार से नियंत्रित किया जा सकता है, पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता।

 

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