07-10-2022, शुक्रवार
रात्रि 9:30
हर साल की तरह इस वर्ष भी मैंने और मेरे पूरे परिवार ने नवरात्रि के व्रत रखे हैं आज दुर्गा अष्टमी है और हम सब सुबह जल्दी से स्नान करके घर के मंदिर में आ गए थे । आज सुबह ही हमारे घर की सभी औरतें लाल साड़ी पहन कर , हाथ में शंख और मांग में सिंदूर भरकर अपने पति की लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं । दरअसल आज का दिन महिषासुर के दहन के रूप में मनाया जाता है ।
आज हम सभी परिवार के सदस्यों नें व्रत खोला और हलवा ,पूरी और चने बनाए और माँ दुर्गा की पूजा की । फिर छोटी कन्याओं को बैठाया उनके पाँव धोए उनकी आरती उतारी प्रसाद खाने को दिया और तोहफे देकर उनसे आशीर्वाद लिया । उसके बाद हम सभी घर के सदस्यों ने मिलकर माता का प्रसाद ग्रहण किया और अपना – अपना व्रत खोला ।
हमारे अन्य प्रश्न उत्तर :
कविता में व्यक्त प्रकृति चित्रों को अपने शब्दों में लिखिए।