पर्यावरण के महत्व के बारे में बताते हुए अपने छोटे भाई को पत्र इस प्रकार होगा…
दिनाँक : 06/10/2022
मकान नंबर 40,
आस्था भवन, पंथाघाटी,
शिमला 171001, हिमाचल प्रदेश,
प्रिय अनुज,
स्नेह !
आशा करता हूँ कि तुम और माता जी और पिता जी सब कुशल मंगल होंगे मैं भी यहाँ पर कुशलता से हूँ। इस बार मैं छुट्टियों में घर नहीं या पाऊँगा क्योंकि मेरी परीक्षाएं शुरू होने वाली है। मैं परीक्षाएं खत्म होने के बाद आऊँगा।
माँ का पत्र मिला था लिखा था कि तुम बीमार हो गए थे और तुम्हें सांस लेने मैं भी दिक्कत आ रही थी। आजकल लोगों में सांस की बीमारियाँ आम होती जा रही है और इसका कारण है हमारा दूषित वातावरण और वातावरण को दूषित करने वाले कोई और नही हम स्वयं हैं।
बड़ा भाई होने के नाते मैं तुम्हें बताना चाहता हूँ कि पर्यावरण होता क्या है? हमारे चारों ओर का वातावरण, जहाँ हम रहते हैं, घूमते-फिरते हैं तथा जीवन व्यतीत करते हैं उसे वातावरण कहते हैं। यदि वातावरण प्रदूषित हो तो जीवन बीमारियों और कठिनाइयों से भर जाता है। पर्यावरण की रक्षा के लिए हम महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
यदि हर नागरिक सजग हो तो पर्यावरण प्रदूषित होगा ही नहीं। प्रदूषित वातावरण इंसानों के लिए ही जानवरों और पक्षियों के लिए भी खतरनाक है। वृक्ष हमारे वातावरण को शुद्ध रखते हैं तथा जीतने अधिक वृक्ष होंगे, उतनी ही पर्यावरण की रक्षा होगी।
पर्यावरण की रक्षा के लिए हम सभी को मिलकर संकल्प लेना चाहिए। हमें अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिए तथा लोगों को वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। गाड़ियों द्वारा होने वाले प्रदूषण से बचने के लिए हमें गाड़ियों की नियमित रूप से जाँच करवानी चाहिए।
हमें नदी-नालों में कूड़ा-कर्कट नहीं फेंकना चाहिए और न ही अपने मवेशियों को नदियों में नहलाना चाहिए और लोगों को भी ऐसा करने से रोकना चाहिए यदि कोई फिर भी ऐसा करता है तो उसके खिलाफ अधिकारियों से या फिर पुलिस से शिकायत करनी चाहिए, तभी हम अपने पर्यावरण को दूषित होने से बचा सकते हैं।
अच्छा अब मैं पत्र यहीं पर समाप्त करता हूँ। आशा करता हूँ कि तुम मेरी बात को अच्छे से समझ गए होंगे और उस पर अमल भी करोगे। अपना ख्याल रखना और माता जी और पिता जी को मेरी ओर से चरण-वंदना कहना।
तुम्हारा बड़ा भाई,
आर्यन ।
हमारे अन्य प्रश्न उत्तर :
जीवन में भाषा और लिपि का महत्व समझाते हुए अपनी बहन को एक पत्र लिखिए।