भारत विविधता में एकता वाला देश है, यह कथन और धारणा पूरी तरह से सही साबित होती है।
‘तलाश’ पाठ के आधार पर यदि हम इस कथन का विवेचन करें तो हम इस कथन को पूरी तरह सत्य पाएंगे। भारत बहुल संस्कृति वाला देश है।
भारतीय संस्कृति की विशेषता यह है कि यह संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति तो है ही, इसके साथ इस सबसे प्राचीन संस्कृति में अनेक नवीन संस्कृतियों का भी मिलन हुआ है।
भारत में संसार के हर जगह से लोग आकर बसते रहे हैं, इसलिए ने भारत की संस्कृति में प्राचीन और नवीन संस्कृति का अनोखा सामंजस्य देखने को मिलता है।
भारतीय संस्कृति की मुख्य विशेषता यह है कि इसमें पुराने को भी बनाए रखा है और नए विचारों को भी आत्मसात किया है।
भारत के हर राज्य की अपनी अलग भाषा है, अलग संस्कृति है, अलग वेशभूषा है, अलग खानपान है, फिर भी भारत एक मजबूत देश है।
भारत विभिन्न विचारधाराओं, विभिन्न जीवन शैली एवं संस्कृति को मानने वाले लोग मिलजुलकर रहते हैं, ऐसा उदाहरण विश्व के अन्य किसी देश में नहीं मिलता। केवल भारत की संसार का एकमात्र देश है, जहाँ पर इतनी अधिक सांस्कृतिक विविधता है।
इसीलिए भारतीयों में भारतीयता की छाप पूरी तरह दिखाई पड़ती है, क्योंकि भारत में अनेक विदेशियों ने आक्रमण किया लेकिन वे भारत के भारतीयता को पूरी तरह मिटा नहीं पाए और भारत की संस्कृति कभी भी नहीं झेल पाए। इसलिए यह बात पूरी तरह सच है कि भारत विविधता में एकता वाला अनोखा देश है। भारतीयों पर भारतीयता की गहरी छाप हैं।
संदर्भ :
(‘भारत की खोज – तलाश’ – कक्षा – 8 पाठ – 2 तलाश)