दिए गए वाक्यों का परिवर्तन इस प्रकार होगा :
1. माँ द्वारा परंपरा से हट कर सीख दी जा रही है । (कर्तृवाच्य)
कर्तृवाच्य : माँ परंपरा से हट कर सीख देती है।
2. आओ पेड़ की छाया में बैठें। (भाववाच्य)
भाववाच्य : आओ पेड़ की छाया में बैठा जाये।
3. मैंने तुम्हारी समस्याओं को लेखन का विषय बनाया है। (कर्मवाच्य)
कर्मवाच्य : मेरे द्वारा समस्याओं को लेखन का विषय बनाया गया है।
वाच्य क्या होते हैं?
वाच्य की परिभाषा :-
क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा हमें इस बात का ज्ञान हो कि वाक्य में कर्ता, कर्म या भाव मे से किसकी प्रधानता है।
वाच्य के भेद –
1. कर्तृवाच्य : जिस वाक्य में कर्ता की प्रधानता का बोध होता है।
2. कर्मवाच्य : जिस वाक्य में कर्म की प्रधानता का बोध हो।
3. भाववाच्य : जिस वाक्य में क्रिया अथवा भाव की प्रधानता का बोध हो।
हमारे अन्य प्रश्न उत्तर :
आज आचार्य को सुन्दर भाषण देना पड़ा। कौन सा वाच्य है?