सरकारी अस्पतालों की दुर्व्यवस्था को बताते हुए दैनिक समाचार पत्र के सम्पादक को पत्र
नीम चंद ,
बिहारी कुंज, गगरेट ,
ऊना- 250113।
सेवा में ,
संपादक ,
दृष्टि समाचार पत्र ,
ऊना, हिमाचल प्रदेश-250110 |
विषय: अस्पताल की दुर्व्यवस्था के बारे में
महोदय,
इस पत्र के माध्यम से मैं आपके संज्ञान में लाना चाहता हूँ कि मैं ऊना के अम्ब शहर का एक निवासी हूँ और पिछले महीने मेरे पिता जी को सांस लेने में बहुत दिक्कत आ रही थी और इसी के चलते उन्हें अंब स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। उनका इलाज वहाँ तकरीबन पाँच दिन चला।
उस दौरान मैंने देखा कि अस्पताल में किसी तरह की व्यवस्था नहीं है। चाहे वह सफाई हो, वहाँ के कर्मचारियों का मरीजों के साथ व्यवहार हो या डॉक्टर के आने-जाने का समय हो, इस अस्पताल के मरीज इन सभी आवश्यक सुविधाओं से वंचित हैं। अस्पताल के शौचालय मैंने कभी साफ होते नहीं देखे और वह इतने गंदे हैं कि एक स्वस्थ व्यक्ति भी वहाँ जाकर बीमार पड़ सकता है।
पानी के नल बंद नहीं होते हैं औरइस कारण पानी निरंतर बहता रहता है और कोई परवाह नहीं कर रहा कि यह कितनी अमूल्य वस्तु है। जहां तक डॉक्टर के आने के मामला है तो स्थिति बहुत ही दयनीय है, डॉक्टर को दस बार भी बताया जाए कि मरीज बहुत तकलीफ में है |
कृपया आप एक बार देख लीजिये, तो जवाब यह मिलता है कि आप नर्स को बताएं वह दवाई दे देंगी लेकिन डॉक्टर को मरीज की तकलीफ से मानो कोई लेना देना नहीं है। मैं इस बारे में जिला स्वास्थ्य अधिकारी से भी बात की थी लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई कार्यवाही नहीं की।
इसलिए आपसे अनुरोध है कि कृपया आप अपने दैनिक समाचार पत्र में इस बारे में उल्लेख करें ताकि समस्त जनता को इस अस्पताल की दुर्व्यवस्था के बारे में जानकारी हो और शायद बड़े पदों पर बैठे अधिकारी इस अस्पताल की दयनीय स्थिति देखकर शर्मसार हो जाए और इस बावत कुछ कार्यवाही करने की जहमत उठाएँ।
धन्यवाद।
भवदीय,
(नीम चंद) |
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