एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है’। इस कथन का भाव यह है कि पक्षी एवं बादलों की सहायता से एक देश की धरती अपने यहाँ का प्रेम-सद्भाव, भाईचारे का संदेश दूसरे देश को भेजती है।
पक्षी एवं बादल देशों की भौगोलिक सीमाओं से परे होते हैं और वह एक देश से दूसरे देश बिना बेरोकटोक आते-जाते रहते हैं। इसलिए उन के माध्यम से किसी एक देश की प्रेम, भाईचारे एवं सद्भावना का संदेश दूसरे देश तक पहुंचता है।
आसमान में तैरते हुए बादल तथा आसमान में उड़ते हुए पक्षियों के माध्यम से यह संदेश हर जगह प्रसारित होता है।
इस तरह एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है, इस कथन का यही भाव है कि है कि पक्षी एवं बादलों के माध्यम से सद्भावना का संदेश एक देश से दूसरे देश तक पहुँचता है।
कुछ और जाने
पक्षी और बादल द्वारा लाई गई चिट्ठी को कौन पढ़ पाते हैं? सोचकर लिखिए।
कवि ने पक्षी और बादल को भगवान के डाकिए क्यों कहा है, स्पष्ट कीजिए?
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