गुरु ग्रंथ साहिब में दिए गए चारों कवियों के निम्नलिखित पद संकलित हैं :
गुरु ग्रंथ साहिब में तुलसीदास का कोई पद संकलित नही है।
गुरु ग्रंथ साहिब में कबीर दास के 224 पद संकलित हैं।
गुरु ग्रंथ साहिब में रैदास के 40 पद संकलित हैं।
गुरु ग्रंथ साहिब में नामदेव दे 61 पद संकलित हैं।
इस तरह दिए गए चारों कवियों में से केवल तुलसीदास का कोई भी पद गुरु ग्रंथ साहिब में संकलित नहीं है।
गुरु ग्रंथ साहिब में अनेक संत कवियों के पद संकलित हैं, जिनका विवरण इस प्रकार है :
कबीरदास : 224
संत रविदास (रैदास) : 40
संत नामदेव : 61
भगत त्रिलोचन जी : 4
संत बैणी जी : 3
फरीद जी : 4
भगत जयदेव जी : 2
भगत धना जी : 3
भगत बीखन जी : 2
सूरदास : 1
भगत परमानंद जी : 1
भगत सैण जी : 1
संत पीपा जी : 1
भगत सधना जी : 1
संत रामानंद : 1
गुरु अर्जन देव : 3
अन्य विवरण :
‘गुरु ग्रंथ साहिब’ में सभी पदों का संकलन गुरु अर्जनदेव ने किया था। गुरु ग्रंथ साहिब को अंतिम रूप गुरु गोविंद सिंह ने दिया था।
गुरु ग्रंथ साहिब सिखों का एक पवित्र धार्मिक ग्रंथ है। गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाशन पांचवें गुरु अर्जुन देव जी ने सन् 1604 को अमृतसर के हरिमंदिर साहिब में किया था।
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