कोरोना काल में पड़ोस में रहने वाले बुजुर्ग दंपति की सहायता
हम सब कोरोना के बारे अच्छी तरह से जानते हैं यह एक खतरनाक वायरस है। यह एक ऐसी बीमारी है जो सीधे तौर पर आपके श्वसन तंत्र को प्रभावित करती है। इस बीमारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। WHO ने इस बीमारी को महामारी घोषित किया है। इसके शुरूआती लक्षण फ्लू जैसे ही होते हैं जैसे बुखार, सर्दी खांसी, गले में खराश, साँस लेने में दिक्कत, लंबे समय तक थकान और सबसे प्रमुख है साँस लेने में दिक्कत आती है। कोरोना का वायरस बड़ी आसानी से फैल जाता है और अब तक इसकी कोई दवा भी नहीं है। यह बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। यह देखते हुए सरकार नें लॉकडाऊन लगा दिया है ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। लॉकडाऊन के कारण कहीं पर भी आना जाना बंद हो गया है।
हमारे पड़ोस में तो एक पूरे परिवार को कोरोना हो गया है और वह सब पृथकवास में रह रहे हैं। हमारे पड़ोस में एक बुजुर्ग दंपति रहते हैं उनका पूरा परिवार लंदन में रहता है, लॉकडाऊन के कारण वह यहाँ अपने माता–पिता के पास नहीं आ पा रहे हैं। हमारे घर से बाजार बहुत दूर है और सरकार के आदेशानुसार बाजार कुछ ही समय के लिए खुलता है ऐसे में बुजुर्ग दंपति के लिए बाजार जाकर समान लाना बहुत मुश्किल हो गया है। उनकी ऐसी हालत देखकर हम सभी पड़ोसियों नें मिलकर फैसला किया की हम सब किसी ना किसी तरह उनकी मदद करेंगे। हमारे पड़ोस में रहने वाले शर्मा जी ने कहा की वह उनके लिए रोजमर्रा की जरूरत का सामान जैसे दूध, फल, सब्जी, राशन लाकर देंगे। मेरी पत्नी और मैंने फैसला किया कि हम उन्हें हर रोज तीन वक्त का खाना बनाकर देंगे। जब वह दंपति बीमार पढ़ गए तो हमारे पड़ोस में रहने वाले रस्तोगी उन्हे हस्पताल ले गए और डॉक्टर से उनकी जाँच करवाई और सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का भी कड़ाई से पालन किया। जब तक उनका परिवार लंदन से वापिस नहीं आ गया तब तक हम सब ने मिलकर उनका ख्याल रखा।
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