शिक्षक दिवस की प्रासंगिकता की बात की जाए तो शिक्षक दिवस की पूरी प्रासंगिकता है। शिक्षक और छात्रों के बीच एक आत्मीय संबंध प्रकट करने का दिन होता है। यूँ शिक्षक पूरे वर्ष भर सम्मान करने योग्य होते हैं, लेकिन शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों को विशेष रूप से सम्मान किये जाने से शिक्षकों को भी पूरी साल की अपनी मेहनत का फल मिलता है, उन्हें भी एक विशेष ऊर्जा मिलती है।
शिक्षक दिवस अपने उन सभी शिक्षकों को याद करने का विशेष दिन है, जिन्होंने हमारे जीवन में हमें शिक्षित बनाने में हमें योग्य एवं समर्थ बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
शिक्षक हो या अन्य कोई संबंध पूरे वर्ष व सम्मान देने के लिए होते हैं, लेकिन इस दिन विशेष में शिक्षक को सम्मानित कर उनके प्रति सम्मान प्रकट किया जाता है।
शिक्षक दिवस शिक्षक और शिक्षार्थिों के बीच संबंधों को रीजार्ज करने का एक दिन है, जिससे शिक्षक और शिक्षार्थी के बीच आत्मीय संबंध नये सिरे से विकसित होते हैं। शिक्षार्थियों को भी अपने शिक्षकों के प्रति संबंध विकसित करने का मौका मिलता है। शिक्षा हमेशा रहेगी, शिक्षक भी हमेशा रहेंगे और छात्र भी हमेशा रहेंगे। यह कभी न खत्म होने वाली प्रक्रिया हैष इसलिए शिक्षक दिवस की प्रासंगिकता भी हमेशा बनी रहेगी।
[…] शिक्षक दिवस की प्रासंगिकता। […]