“वर्तमान परिस्थितियों पर विजय प्राप्त कर लेने के उपरांत ही भावी जीवन की योजना बनाएँगे”-वाक्य का रूप इस प्रकार है
वर्तमान परिस्थितियों पर विजय प्राप्त कर लेने के उपरांत ही भावी जीवन की योजना बनाएँगे”
वाक्य भेद (रचना के आधार पर) : सरल वाक्य
वाक्य भेद (अर्थ के आधार पर) : विधानवाचक वाक्य
स्पष्टीकरण
इस वाक्य के दो भेद हो सकते हैं। रचना के आधार पर यह एक ‘सरल वाक्य’ होगा, क्योंकि इसमें एक स्वतंत्र वाक्य है, जिसका एक उद्देश्य एवं एक विधेय है, इसलिए यह एक सरल वाक्य है।
सरल वाक्य एक स्वतंत्र एकल वाक्य होता है, इसका एक उद्देश्य एवं एक विधेय होता है।
अर्थ के आधार पर यह वाक्य एक ‘इच्छावाचक वाक्य’ होगा, क्योंकि इस वाक्य में यह कार्य को भविष्य में संपन्न कर लेने की इच्छा व्यक्ति की जा रही है।
इच्छावाचक वाक्य में किसी भी कार्य करने की इच्छा प्रकट की जाती है अथवा कोई कामना की जाती है।
रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं :
- सरल वाक्य
- संयुक्त वाक्य
मिश्र वाक्यअर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भेद होते हैं
- विधानवाचक वाक्य
- इच्छावाचक वाक्य
- प्रश्नवाचक वाक्य
- संकेतवाचक वाक्य
- संदेह वाचक वाक्य
- आज्ञा वाचक वाक्य
- निषेधात्मक वाक्य
- विस्मयादिबोधक वाक्य
थोड़ा और जाने
अनुपमा पाठशाला जाती है। वाक्य किस काल का भेद हैं ?