तताँरा वामीरो की कथा के लेखक कौन हैं? 1. श्री प्रेमचंद 2. श्री लीलाधर मंडलोई 3. श्री सियाराम शरण?

तताँरा वामीरो की कथा के लेखक कौन हैं, इस प्रश्न का सही विकल्प होगा :

2. लीलाधर मंडलोई
स्पष्टीकरण

‘तताँरा वामीरो की कथा’ ‘लीलाधर मंडलोई’ द्वारा लिखी गई एक कहानी है। यह कहानी एक प्रेमी युगल की प्रेम कथा पर आधारित कहानी है। यह प्रेमी युगल अंडमान निकोबार द्वीप समूह में रहता था।

विस्तार से

‘तताँरा वामीरो की कथा’ लीलाधर मंडलोई ने लिखी है। इस कहानी में तताँरा एक युवक है, जो निकोबार द्वीप समूह के ‘पासा’ गाँव में रहता है। वामीरो भी निकोबार द्वीप समूह के ‘लपाती’ गाँव में रहती थी। तताँरा एक सुंदर, वीर एवं साहसी युवक था। जब उसने वामीरो को पहली बार देखा तो उसे वामीरो से प्रेम हो उठा। वामीरो भी उससे प्रेम करने लगी। लेकिन अंडमान निकोबार द्वीप समूह के गाँवों में यह प्रथा थी कि अलग अलग गाँवों के युवक युवती के बीच विवाह नही हो सकता। दोनों को एक ही गाँव का होना आवश्यक था। इसी कारण दोनों के प्रेमसंबध पर गाँव वालों ने आपत्ति की और दोनों का मेल न हो सका। अंत में दोनों को अपने प्राण त्यागने पड़े।

लीलाधर मंडलोई

लीलाधर मंडलोई हिंदी साहित्य के एक प्रसिद्ध लेखक रहे हैं, जो से मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के रहने वाले थे। वह मूलतः कवि थे लेकिन उन्होंने अनेक कहानियों की भी रचना की है। छत्तीसगढ़ अंचल से संबंध होने के कारण उनकी कविताओं में छत्तीसगढ़ की बोली की मिठास और वहां से जनजीवन का वर्णन मिलता है।
अंडमान निकोबार द्वीप समूह की जनजातियों पर आधारित उन्होंने अनेक रचनाएं की हैं। ‘तताँरा वामीरो की कथा’ उन्हीं में से एक है।


कुछ और जाने

तताँरा ने वामीरो को पहली बार कब देखा?

तताँरा-वामीरो के गाँवों के नाम बताइए।

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