दोस्ती पर निबंध (मित्रता दिवस पर विशेष)


दोस्ती का महत्व (निबंध)

निबंध

दोस्ती का महत्व

 

दोस्ती और दोस्त का जीवन में महत्व सच्चा दोस्त ही जान सकता है। एक सच्चा मित्र जीवन में कितना हितकारी होता है यह किसी से छिपा नहीं। सच्चे मित्र का महत्व विद्वानों ने भी बताने का प्रयत्न किया है। मित्रता दिवस के अवसर पर हम सच्चे मित्र और उसके महत्व को जानेंगे।

यूं तो हमारे जीवन में अनेक दोस्त होते हैं। पूरे जीवन दोस्त बनते और बिछड़ते रहते हैं। लेकिन हमें यह नहीं पता चल पाता कि कौन हमारा सच्चा दोस्त है और कौन केवल मतलब का दोस्त है। सच्चे दोस्त की पहचान तो हमें जीवन की मुश्किल परिस्थितियों में ही होती है। जो हमारी मुश्किल परिस्थितियों में हमारा साथ दें, कभी हमारा साथ नहीं छोड़े, वही सच्चा दोस्त है। जो दोस्त केवल हमारे सुख के समय में हमारे साथ रहे, लेकिन जब हम पर कोई संकट आए, कोई मुसीबत आए तो हमारा साथ छोड़ दें, हमारी समस्या को सुलझाने में हमारी मदद ना करें। वह सच्चा दोस्त नहीं हो सकता।

सच्चा दोस्त वह भी नहीं हैं जो हमें गलत मार्ग पर चलने के लिए उकसाए अथवा हमें गलत मार्ग पर चलने से नहीं रोके। एक सच्चा दोस्त कभी भी अपने दोस्त का अहित नहीं चाहता। यदि वह सच्चा दोस्त होगा तो अगर वह यह देखेगा कि उसका दोस्त कुछ गलत कार्य कर रहा है या किसी गलत मार्ग पर चल रहा है, तो वह उसे समझाएगा और उसे सही मार्ग पर लाने की कोशिश करेगा। यह सच्चे दोस्त की सबसे अच्छी पहचान है।

सबके जीवन में सुख-दुख आते रहते हैं। हमारे सुख की घड़ी में जो साथ हैं, वह हमारे दुख की घड़ी में भी हमारे साथ रहे, वही हमारे सच्चे शुभचिंतक होते हैं। एक सच्चे दोस्त को इस कसौटी पर खरा उतरना होता है। सच्चा दोस्त वह नही है, जोकि सुख की घड़ी में हमारी हर बात में हाँ में हाँ मिलाये अथवा हमारे सुख के पलों में को हमारे साथ रहे। बल्कि सच्चा दोस्त वह है जो दुख की घड़ी में भी हमारा साथ दें। कभी हमारा साथ ना छोड़े। जो हमारे दुख की घड़ी में हमारी हर संभव मदद करने की कोशिश करें। हमें प्रेरित करे। सकारात्मक बातें करके हमारा हौसला बढ़ाएं।

सच्चे दोस्त इस दुनिया में आसानी से नहीं मिलते।  सच्चे दोस्त इस दुनिया में बहुत अधिक संख्या में भी नहीं होते। हम सब जिन्हें अपना सच्चा दोस्त समझते हैं उनमें से केवल कुछ ही हमारे सच्चे दोस्त होते हैं। हमारे कुल दोस्तों की संख्या में सच्चे दोस्तों की संख्या बहुत कम होती है। सच्चे दोस्तों की पहचान हमेशा बुरे समय में ही होती है।

एक सच्चा दोस्त किसी भी व्यक्ति के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं। वह जीवन में सकारात्मकता का प्रतीक होता है। एक सच्चा दोस्त हमेशा सही राह दिखाता है और अपने अपने दोस्त का भला ही चाहता है।

इसीलिए जब भी दोस्त बनाएं तो जांच-परख कर बनाएं। दोस्त बहुत अधिक संख्या में होना जरूरी नहीं। दोस्त भले कम हो लेकिन वह सच्चे दोस्त हों तो दोस्ती का महत्व सार्थक हो जाता है।

मित्रता दिवस पर सभी मित्रों को शुभकामनाएं।

 


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