संवाद
ग्रीष्मावकाश में घूमने के लिए जाने की योजना पर परिवार के बीच संवाद
राहुल : पापा, गर्मियों में हम लोग गोवा घूमने जा रहे हैं। हमारी गोवा की टिकट कंफर्म हो गई क्या?
पिता : हाँ बेटा, हमारी टिकट कंफर्म हो गई हैं मुझे आज ही मैसेज आया। परसों गोवा के लिए दिल्ली से हमारी ट्रेन है।
माँ : गोवा जाने वाली ट्रेन का समय कब है?
पिता : ट्रेन सुबह 9 बजे नई दिल्ली स्टेशन निकलेगी और अगले दिन सुबह 7 बजे गोवा पहुंचा देगी। हमें घर से सुबह 7 बजे निकलना होगा। तुम लोग सारी तैयारी करके रखना।
राहुल : पापा, मैंने मैंने अपनी पैकिंग कर के रख ली है। मैंने सारे कपड़े पैक कर दिए हैं।
मिनी : पापा मैंने भी अपनी पैकिंग कर ली है। लेकिन मेरे पास अच्छा बैग नहीं है। प्लीज, मुझे बैग दिला दो।
पापा : शाम को मार्केट चलेंगे तब मैं तुम्हें एक बैग दिला दूंगा।
माँ : हम दोनों के कपड़े मैंने एक बड़े बैग में रख लिए हैं और एक बैग में हम सभी का कॉमन सामान है।
पिता : अच्छा।
माँ : हाँ और दूसरे बैग में खाने-पीने का सामान तथा छोटे-मोटे स्नैक्स वगैरह तथा दवाइयाँ आदि रख लिए हैं।
पिता : तुमने ठीक किया। ज्यादा गर्म कपड़े नहीं रखना। गोवा का मौसम ठंडा नहीं होता है और रास्ते में भी कुछ खास ठंड नहीं है। केवल हल्के कपड़े रखना।
माँ : ठीक है।
पिता : मैं शाम को मिनी को एक छोटा सा बैग दिला दूंगा। जिसमें उसके कपड़े आ जाएंगे। मिनी और राहुल बेटा तुम्हें कुछ और चाहिए।
राहुल : पापा मेरे मोबाइल के चार्जर खराब हो गया है मुझे दिला देना। और मुझे एक पॉवर बैंक दिला देना।
मिनी : पापा, मुझे एक हेडफोन चाहिए।
पापा : ठीक है, तुम दोनो शाम को मेरे साथ मार्केट चलना।
राहुल और मिनी : पापा, गोवा घूमकर सच में बहुत मजा आएगा।
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