भारत में करेंसी नोट की छपाई और सिक्कों की ढलाई
नोट की छपाई
भारत में नोट की छपाई और सिक्कों की ढलाई की बात की जाए तो भारत में नोटों की छपाई की चार प्रिंटिंग प्रेस हैं, जो भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से नोटों की छपाई करती हैं। यह चार प्रेस इस प्रकार हैं…
- नासिक प्रेस (महाराष्ट्र)
- देवास (मध्य प्रदेश)
- मैसूर (कर्नाटक)
- सलबोनी (पश्चिम बंगाल)
यह चारों प्रिंटिंग प्रेस भारत में नोटों की छपाई का कार्य करती है।
- जब भारत 1947 में आजाद हुआ था, तब भारत में नोटों की छपाई की केवल एक प्रेस की थी जो कि नासिक में स्थित थी।
- 1975 में भारत में नोटों की छपाई के लिए दूसरी मध्यप्रदेश के देवास नामक स्थान पर शुरू की गई।
- 1997 तक नासिक प्रेस तथा देवास प्रेस यह दोनों प्रेस ही भारत में सारे नोटों की छपाई करती थीं।
- 1999 में कर्नाटक के मैसूर में और सन 2000 में पश्चिम बंगाल के सलबोनी नामक स्थान पर भी नोट प्रिंटिंग प्रेस की स्थापना की गई। जिसमें नोटों की छपाई की जाने लगी।
- इस तरह भारत में नोटों की छपाई की चार प्रेसें हैं, जो आधिकारिक तौर पर भारत में नोटों की छपाई का कार्य करती हैं।
- नासिक प्रेस (महाराष्ट्र) की करेंसी नोट प्रेस और देवास (मध्यप्रदेश) की करेंसी नोट प्रेस भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले ‘सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया’ के नेतृत्व में कार्य करती है। व
- मैसूर (कर्नाटक) की करेंसी नोट प्रेस और सलबोनी (पश्चिम बंगाल) भारतीय रिजर्व बैंक की सब्सिडियरी कंपनी ‘भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड’ के अंतर्गत कार्य करती है।
सिक्कों की ढलाई
भारत में सिक्कों की ढलाई 4 मिंटों के द्वारा की जाती है। यह 4 मिंट इस प्रकार हैं…
- बांबे मिंट
- हैदराबाद मिंट
- कोलकाता मिंट
- नोएडा मिंट
- इन चारों मिंटों में भारत में जारी होने वाले सभी मुद्रा सिक्कों की ढलाई की जाती है। इसके अलावा भारत सरकार के कई सरकारी मेडल तथा अवार्ड आदि भी इन मिंटों में बनाए जाते हैं।
- यह मिंटें भारत सरकार के अंतर्गत काम करती हैं। यह चारों मिंटे मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता और नोएडा में स्थित है।
- भारत में जारी होने वाले सारे सिक्के और कई तरह के सरकारी मेडल और अवार्ड आदि भी इन मिंटों में ही ढाले जाते हैं।
- भारत में नोटों की छपाई के लिए पेपर की बात की जाए तो भारत में नोटों की छपाई की एक पेपर मिल है, जो मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित है।
- यह पेपर मिल भारत सरकार के लिए नोट और कई तरह सरकारी स्टॉम्प के लिए पेपर बनाती है।
- इसके अलावा भारत सरकार विदेश से भी पेपर आयात करती है, जिनमें इंग्लैंड, जर्मनी और जापान जैसे देश प्रमुख हैं।
- भारत अभी तक अधिक संख्या में नोटों के लिए पेपर विदेश से ही आयात करती है।
- भारत में नोटों पर प्रिटिंग के लिए लगने वाली स्याही स्विट्जरलैंड से आयात की जाती है।
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