हमेशा उच्च शिखर की ओर बढ़ने को क्यों कहा जाता है? निम्न की ओर क्यों नहीं?​

उच्च शिखर की ओर बढ़ना

हमेशा उच्च शिखर की ओर बढ़ने को इसलिए कहा जाता है, क्योंकि उच्च शिखर की ओर बढ़ना विकास का प्रतीक होता है, वह उत्थान का प्रतीक है। जबकि निम्न की ओर जाना पतन का प्रतीक है, वह असफलता का प्रतीक है। इसीलिए हमेशा उच्च शिखर की ओर बढ़ने को कहा जाता है।

उच्च शिखर यानी नीचे से ऊपर की ओर जाना अर्थात अपने कमजोरियों और कमियों को दूर कर अपना विकास करना, निरंतर प्रगति करते जाना, अपने जीवन में उच्चता हासिल करना और सफलता अर्जित करना।

यदि हम निम्न की ओर जाने को कहेंगे तो इसका मतलब है कि हम ऊँचाई से नीचे की ओर जा रहे हैं अर्थात हमारा पतन हो रहा है, हम असफलता की ओर जा हो रहे हैं, हमारे जीवन में न्यूनता आ गई है।

जीवन में न्यूनता नहीं उच्चता होनी चाहिए। इसीलिए हमेशा उच्च शिखर की ओर बढ़ने को कहा जाता है, निम्न की ओर नहीं। उच्च शिखर उत्थान एवं विकास का प्रतीक है, सफलता का मापदंड है। वही निम्न पतन और असफलता का प्रतीक है, इसीलिए हमेशा उच्च शिखर की ओर बढ़ने को कहा जाता है निम्न की ओर नहीं।


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