संवाद
बढ़ती गर्मी को लेकर रोहन और सोहन के बीच संवाद
रोहन : सोहन, गर्मी देखो कितनी बढ़ गई है।
सोहन : सही कह रहे हो। गर्मी के कारण, बहुत हालत खराब है। इस बार सच में बहुत गर्मी पड़ रही है।
रोहन : यह सब बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग का नतीजा है। हम मनुष्य लोगों ने विकास के नाम पर जिस तरह प्रकृति से छेड़छाड़ की है, उसका नतीजा अब बढ़ती गर्मी और बढ़ती सर्दी के रूप में मिलने लगा है।
सोहन : ऐसी गर्मी मैंने पहले कभी नहीं देखी। इस बार सच में बहुत अधिक गर्मी पड़ रही है। मुझे तो गर्मी के कारण रात भर नींद नहीं आती। हमारे घर में एसी भी नहीं लगा है।
रोहन : एसी ही अमीर लोगों की विलासिता है। हम मध्यमवर्गीय लोगों एसी का खर्चा वहन नहीं कर सकते।
सोहन : मैं तो गर्मी से बचने के लिए अपने घर की छत पर सोता हूँ। ठंडी हवा में सोने का मजा ही अलग है।
रोहन : मेरे साथ यह समस्या है कि मेरे घर एक बड़ी बिल्डिंग में है, जहाँ पर छत पर सोना मना है, हमें तो अपने फ्लैट में ही गर्मी में दिन बिताना पड़ता है।
सोहन : भगवान करे, बारिश जल्दी से आ जाए और गर्मी से राहत मिले।
रोहन : उम्मीद तो यही है।
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