निः + आकार’ की संधि बताइए।

निः + आकार’ की संधि

 

निः + आकार :  निराकार
संधि का भेद : विसर्ग संधि

 

विसर्ग संधि क्या है?

विसर्ग सधि में स्वर एवं व्यंजन का मेल होता है। विसर्ग संधि में जब दो शब्दों की संधि की जाती है, तो प्रथम शब्द के अंतिम वर्ण जोकि कोई स्वर या व्यंजन का मेल द्वितीय शब्द के प्रथम वर्म के स्वर या व्यंजन से होता है। स्वर और व्यंजन के मेल से जो संधि बनती है उसे विसर्ग संधि कहते हैं।

विसर्ग संधि के कुछ उदाहरण…

निस्सन्देह : निः +सन्देह
निराधार : निः +आधार
निस्सहाय : निः + सहाय
निर्भर : निः +भर
निष्कपट : निः +कपट
निश्छल : निः +छल
निरन्तर : निः + अन्तर
निर्गुण : निः + गुण
निस्सार : निः +सार
निर्मल : निः + मल
निस्तार : निः + तार
नीरव : निः + रव
नरोत्तम : नर + उत्तम

 


ये भी देखें

निम्नलिखित का संधि विच्छेद कीजिए − (क) चित्रांकन (ख) सर्वोत्कृष्ट (ग) चर्मोत्कर्ष (घ) रूपांतरण (ङ) घनानंद

द्वंद्वातीत का संधि विच्छेद कीजिए।

नीचे दिए गए शब्दों की संधि कीजिए- श्रद्धा + आनंद = …. प्रति + एक = ……. पुरुष + उत्तम = ……… झंडा + उत्सव = …….. पुनः + आवृत्ति = ……… ज्योतिः + मय = …….

उच्चारण में कौनसी संधि है​?

महर्षि का संधि विग्रह कीजिए​।

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