बेटी बचाओ पर नारे और पोस्टर बनाइए बनाइए।

बेटी बचाओ पर नारे और पोस्टर

बेटी है अनमोल वरदान

बेटियों का करो सम्मान,
बेटियाँ है अनमोल वरदान,
बेटियों से बढ़ता मान,
बेटियाँ है सबकी शान,

बेटियाँ शीतल हवाएँ है

बेटियाँ शीतल हवाएँ हैं,
ये दूर तक गूँजती सदाएँ हैं,
बेटियाँ महकती हुई फिजाएँ हैं,
बेटियाँ ईश्वर की दुआएँ हैं।

बेटा-बेटी एक समान

बेटियों का महत्व जानों,
बेटियों का वजूद पहचानों,
बेटा-बेटी को एक समान मानो,
मन में आज यही बात ठानों।


ये भी देखें…

‘हम सब में है मिट्टी’- कथन से कवि का क्या आशय है?

भावना के स्थान पर बुद्धि धीरे-धीरे उस पर हावी हो रही थी।

हिंदी भाषा में कितने प्रकार के उपसर्ग प्रचलित है?

आपके विचार से मूक और सवाक् फ़िल्मों में से किसमें ज़्यादा परिश्रम करने की आवश्यकता है और क्यों?

Leave a Comment