इतिहासकार से अभिप्राय उस व्यक्ति से होता है, जो इतिहास के अध्ययन में विशेषज्ञता रखता है। अपनी विशेषज्ञता के आधार पर तथा इतिहास के संबंध में प्राप्त तथ्यों के आधार पर वह इतिहास संबंधी पुस्तकों और लेखों की रचना करता है।
इतिहासकार बनने के लिए व्यक्ति को वर्षों तक इतिहास का अध्ययन करना पड़ता है तथा प्रमाणिक तथ्यों को खोजना पड़ता है। इन प्रमाणिक तथ्यों तथा अतीत के गहन अध्ययन के आधार पर इतिहासकार पिछले इतिहास के बारे में लिखता है।
इतिहासकार बनने के लिए इतिहास के संबंध में रुचि होनी चाहिए तथा अतीत को समझने की बौद्धिक क्षमता होनी चाहिए। इसके अलावा तथ्यों की प्रमाणिकता की पुष्टि करने का कौशल भी एक इतिहासकार के लिए आवश्यक है। यह सब गुण के होने पर ही वह सही और सटीक इतिहास लिख सकता है।
हम सबने अपनी पाठ्य पुस्तकों में जो इतिहास पढ़ा है, वह किसी ने किसी इतिहासकार द्वारा ही लिखा गया है। इतिहासकार कोई एक व्यक्ति अथवा व्यक्तियों का समूह हो सकता है।
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