‘राष्ट्रभाषा’, ‘राजभाषा’ और ‘संपर्क भाषा’ के तीनों रूपों में मुख्य अंतर यह है कि राष्ट्रभाषा वह भाषा होती है, जो देश की सबसे मुख्य भाषा होती है, उसे देश के अधिकांश व्यक्ति बोलते हैं। उस भाषा को किसी पूरे देश में सम्मान प्राप्त होता है और वह भाषा देश की भाषा के पहचान के तौर पर मानी जाती है। ऐसी भाषा को राष्ट्रभाषा कहा जाता है । ये भाषा आधिकारिक रूप से सरकार द्वारा राष्ट्रभाषा घोषित कर दी जाती है।
राजभाषा वह भाषा होती है जो सरकार द्वारा सरकारी कामकाज का कार्य करने के लिए प्रयोग में लाई जाती है। किसी भी देश की सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से सरकारी कामकाज के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली भाषा ही राजभाषा कहलाती है। राजभाषा के लिए आवश्यक नही कि वह राष्ट्रभाषा हो। हालाँकि अधिकांश देशों की राष्ट्रभाषा ही राजभाषा होती है।
संपर्क भाषा वह भाषा होती है, जिसे सामान्य वर्ग से संबंधित व्यक्ति एक दूसरे से बातचीत के लिए प्रयोग में लाते हैं। संपर्क भाषा एक भाषा वाले व्यक्ति का दूसरी भाषा वाले व्यक्ति से संवाद स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। संपर्क भाषा भाषा अलग-अलग क्षेत्रों के बीच संपर्क का कार्य करती है।
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