लेखक ने ऐसा क्यों कहा कि चार्ली चैप्लिन पर करीब 50 वर्षों तक काफी कुछ कहा जाएगा ?

चार्ली चैप्लिन पर करीब 50 वर्षों तक काफी कुछ कहा जाएगा, लेखक ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि चार्ली चैपलिन अपने समय के एक महान कलाकार थे। वह एक सर्वकालिक महान कलाकार रहे हैं। उन्होंने अपनी कला के प्रदर्शन से पूरे विश्व के समाज और अपने राष्ट्र के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है। चार्ली चैप्लिन पर विगत 75 वर्षों में कहा गया है, लेकिन उनके बारे में अभी भी बहुत कुछ जानना बाकी है। वह जिस पश्चिमी समाज से आते थे उस समाज में उनके बारे में काफी कुछ लिखा, सुना, कहा गया है लेकिन शेष संसार में काफी लोग उनको पहली बार देख समझ रहे हैं और उनके बारे में जानना चाहते हैं, इसलिए उनके बारे में अभी काफी कुछ कहना शेष रह गया है।

चार्ली चैप्लिन की कुछ ऐसी फिल्में और रीले आदि भी प्राप्त हुई है जो अभी तक इस्तेमाल में नहीं लाई गई हैं। इसके बारे में अभी खोज और शोध जारी है। उनके बारे में लोग अगर अलग-अलग तरह के दृष्टिकोण बना रहे हैं। इन सभी कार्यों में आगे एक लंबा समय लगना है। यह समय 50 वर्षों तक का भी हो सकता है। इसीलिए लेखक ने ऐसा कहा कि आने वाले 50 वर्षों में चार्ली चैप्लिन के बारे में काफी कुछ कहा जाएगा।

संदर्भ पाठ :

चार्ली चैप्लिन यानि हम सब : विष्णु खरे (कक्षा-12 पाठ-15 हिंदी अंतरा भाग 2)

 


इस पाठ के अन्य प्रश्न..

चैप्लिन ने न सिर्फ़ फ़िल्म-कला को लोकतांत्रिक बनाया बल्कि दर्शकों की वर्ग तथा वर्ण-व्यवस्था को तोड़ा। इस पंक्ति में लोकतांत्रिक बनाने का और वर्ण-व्यवस्था तोड़ने का क्या अभिप्राय है? क्या आप इससे सहमत हैं?

लेखक ने चार्ली का भारतीयकरण किसे कहा और क्यों? गांधी और नेहरू ने भी उनका सान्निध्य क्यों चाहा?

 


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चार्ली चैप्लिन यानि हम सब : विष्णु खरे (कक्षा-12 पाठ-15) हिंदी आरोह 2

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