सच्चे मित्र की क्या पहचान है?
सच्चे मित्र की पहचान एक विश्वास से होती । विश्वास ही सच्चे मित्र की पहचान होती है । सच्चा मित्र हमेशा मित्रता में साथ देता है, वह कभी साथ नहीं छोड़ता है । सच्चा मित्र सही, गलत में साथ निभाता है वह कभी बदले की भावना से मित्रता नहीं करता है । एक सच्चे दिल से मित्रता निभाता है ।
एक सच्चा मित्र परिवार की तरह होता है । वह ख़ुशी और दुखी, गलत और सही में हमेशा साथ देता है । सच्चा मित्र कभी भी अमीरी-गरीबी देखकर मित्रता नहीं करता है । वह विश्वास और प्यार के साथ मित्रता निभाता है । सच्चा मित्र हमेशा दिल से साथ निभाता है । सच्चे मित्र के जीवन में लिए उसकी मित्रता की बहुत अहमियत होती है ।
सच्चे मित्र बहुत कम मिलते है । हमें सच्चे मित्र की अहमियत को समझना चाहिए और हमेशा साथ निभाना चाहिए ।
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