निरस्त्रीकरण आज के विश्व की मुख्य आवश्यकता इसलिए बन गई है क्योंकि आज विश्व में चारों तरफ युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। आज के अनेक बड़े एवं प्रमुख देश हथियारों की होड़ में लगे हुए हैं। बहुत से देश परमाणु शक्ति संपन्न हो चुके हैं, जिस कारण विश्व में हर समय विनाश के खतरे के बादल मंडराते रहते हैं।
विश्व में शांति स्थापित करने के लिए निरस्त्रीकरण एक बेहद आवश्यक उपाय हैं। यदि देशों के पास हथियार कम होंगे तो वह युद्ध की आक्रामकता से भी बचेंगे। जिस देश के पास अधिक हथियार होंगे, वह उतना ही अधिक युद्ध के लिए आक्रामक होगा। हथियार ना होने अथवा कम होने की स्थिति में उसकी आक्रामकता में कमी आएगी, जिससे विश्व में युद्ध के संकट कम होंगे और विश्व तृतीय विश्व युद्ध के खतरे से मुक्त होगा।
पहले के दो विश्वयुद्ध तथा अनेक छोटे-मोटे युद्ध पहले ही विश्व का बहुत अधिक जान-माल का नुकसान कर चुके हैं। अब क्योंकि परमाणु शक्ति संपन्न देशों की संख्या अधिक हो चुकी है, ऐसी स्थिति में तृतीय विश्वयुद्ध विश्व के लिए घनघोर विनाश का कारण बन सकता है।
इसलिए निरस्त्रीकरण आज के विश्व की एक प्रमुख आवश्यकता बन चुकी है ताकि विश्व में शांति स्थापित हो और विश्व के देश युद्ध की आक्रामकता को छोड़कर शांति की ओर अग्रसर हों।
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