मेरे जीवन की प्रेरणा स्रोत मेरी माँ (माँ का जीवनी रेखाचित्र)
मेरी माँ मेरे जीवन की प्रेरणा स्रोत रही हैं। मेरे पिता का देहांत मेरे बचपन में ही हो गया था। मेरी माँ ने ही हम दोनों बहन भाइयों को अकेले पाला। जब मेरे पिता का देहांत हुआ था। तब मेरी माँ एक गृहिणी थी और उस साधारण पढ़ी लिखी थी।
हमारे घर में आजीविका का अन्य कोई साधन भी नहीं था। मेरे पिता की मृत्यु के बाद मेरी माँ के ऊपर हम दोनों भाई-बहन और पूरे घर की जिम्मेदारी आ गई। ऐसी स्थिति में मेरी माँ ने हिम्मत नहीं हारते हुए आसपास संघर्ष किया। वे पहले छोटे-छोटे बच्चों को घर पर ट्यूशन पढ़ाती थी। साथ ही उन्होंने खुद की पढ़ाई आरंभ की ओर कॉरस्पॉडेंस कोर्स के माध्यम से ग्रेजुएशन किया।
उसके बाद उन्होंने टीचर का एग्जाम दिया और शीघ्र ही उनकी सरकारी स्कूल में टीचर की नौकरी लग गई। उसके बाद हम लोगों के जीवन में स्थिरता आई। मेरी माँ ने हम दोनों बहन-भाई को हर तरह की सुख-सुविधा दी और हम लोगों की अच्छी पढ़ाई के लिए हर तरह का प्रबंध किया।
आज हम दोनों बहन-भाई बड़ी कंपनी में ऊंचे-ऊंचे पदों पर काम कर रहे हैं। इसका सारा श्रेय मेरी माँ को ही जाता है, जिन्होंने अनेक तकलीफ देते हुए ना केवल स्वयं को मजबूत किया, बल्कि हम दोनों बहन-भाई के जीवन को भी संवारा।
मेरी माँ को मेरा नमन
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